- शासन के आदेश की उड़ाई धज्जियां, कुछ विद्यालयों में शुरू हुई परीक्षा तो कुछ में नहीं हुई परीक्षा

GORAKHPUR: सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के तर्ज पर शुरू किए गए परिषदीय विद्यालयों में यूनिट टेस्ट शुरू करने का आदेश जारी किया गया था। लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग यह आदेश आई नेक्स्ट के रियल्टी चेक में पूरी तरह से फ्लॉप नजर आया। आलम यह रहा कि नगर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों में कुछ जगहों पर यूनिट टेस्ट हुआ तो कुछ जगहों पर हर दिन की तरह बच्चे क्लास में खेलते नजर आए। पूछे जाने पर विद्यालय की हेडमास्टर का जवाब मिला कि टेस्ट कराने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से कोई आदेश ही नहीं आया था।

9 अगस्त से शुरू हुई परीक्षा

कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर परिषदीय स्कूलों में शुरू हुए यूनिट टेस्ट का दावा पहले दिन ही फुस्स होता नजर आया। मंगलवार से शुरू हुए सत्रवार परीक्षा में ज्यादातर प्राथमिक विद्यालय में परीक्षा ही नहीं हुई। शासन के आदेश पर प्राथमिक विद्यालयों में प्रथम सत्र की परीक्षा 9 अगस्त से शुरू की गई है, जो 11 अगस्त को समाप्त होगी। इसमें कक्षा एक के बच्चों की परीक्षा मौखिक कराने का आदेश दिया गया है। वहीं, 2 व 3 के बच्चों की लिखित और मौखिक दोनों तरह से परीक्षा करानी है, जो 50-50 नंबर के होंगे। इसी प्रकार से 4 व 5 के बच्चों का भी टेस्ट होना है। लेकिन लिखित परीक्षा 70 नंबर और मौखिक की परीक्षा 30 नंबर की होगी। कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों की सिर्फ लिखित परीक्षा कराई जाएगी। लेकिन बेसिक शिक्षा अधिकारी के आदेश को ज्यादातर प्राथमिक विद्यालय के हेडमास्टर ने ताक पर रख दिया और यह कहा कि बेसिक शिक्षा कार्यालय की तरफ से उनके पास कोई आदेश ही नहीं आया। सवाल इस बात का है कि आदेश केवल कुछ ही विद्यालय में क्यों पहुंचा। बाकी के विद्यालयों में क्यों नहीं पहुंचा। आखिरकार इसके लिए जिम्मेदार कौन है?

टाइम - 9.30 बजे

विद्यालय - प्राथमिक विद्यालय बनकटी चक

दृश्य - आई नेक्स्ट रिपोर्टर जैसे विद्यालय पहुंचा क्लास फ‌र्स्ट से फिफ्थ तक के बच्चे ओरल टेस्ट दे रहे थे। वहीं कुछ बच्चे रिटेन टेस्ट भी दे रहे थे। जब मैडम से टेस्ट की बात पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग कार्यालय से आदेश आया था। इसलिए परीक्षा कराई। जबकि, किताबें और कॉपी अभी तक बंटी ही नहीं है।

टाइम - 10.00 बजे

विद्यालय - प्राथमिक विद्यालय, महिला थाना कैंपस

दृश्य - आई नेक्स्ट रिपोर्टर जब महिला थाना कैंपस स्थित प्राथमिक विद्यालय में पहुंचा तो क्लास में सभी बच्चे खेलते नजर आए। यूनिट टेस्ट के बारे में पूछा गया तो हेडमास्टर ने बताया कि हमारे यहां बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से कोई आदेश ही नहीं आया है। जब कोई आदेश होगा तब तक टेस्ट कराएंगे। रहा सवाल कॉपी किताब का तो वह भी अब तक नहीं मिला है। पुरानी किताबों से पढ़ाया जा रहा है।

वर्जन

9 अगस्त से परीक्षा के लिए आदेश था। आखिरकार कहां से चूक हुई है कि विद्यालयों में आदेश नहीं पहुंचा। क्योंकि सभी विद्यालय को आदेश भेजवाया गया है। जो गैर जिम्मेदार होगा, उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

ओमप्रकाश यादव, बीएसए, बेसिक शिक्षा कार्यालय, गोरखपुर