- भेडि़यागढ़ मोहल्ले में स्थित मधुसुदन दास डिग्री कॉलेज और अभयनंदन इंटर कॉलेज के स्टूडेंट्स को होती है प्रॉब्लम
- पिछले कई महीने से गिट्टी डालकर सड़क बनाना ही भूल गए ठेकेदार और पार्षद
GORAKHPUR: सर मेरी बेटी कॉलेज आने जाने में कई बार गिर चुकी है। कॉलेज तक आने जाने के लिए ढंग की सड़क तक नहीं है। सड़क बनाने वाले ठेकेदारों ने गिट्टी डालकर उसे बनाना ही भूल गए है आखिरकार सो रहे नगर निगम को जगाएगा कौन? सड़क की समस्या से आजिज आकर भेडि़यागढ़ की रहने वाली ममता शर्मा ने अपनी बेटी स्वाती की सेफ्टी के लिए मधुसूदन दास डिग्री कॉलेज के प्रिंसिपल से शिकायत की। इस मामले में कॉलेज के प्रिंसिपल ने कहा कि यह जिम्मेदारी नगर निगम और स्थानीय पार्षद की है, लेकिन कोई सुनने को तैयार ही नहीं है।
उठानी पड़ती हैं काफी दिक्कतें
असुरन स्थित विष्णु मंदिर के बगल से भेडि़यागढ़ मोहल्ले की सड़क इन दिनों पूरी तरह से खस्ताहाल है। आलम यह है कि मधूसूदन दास डिग्री कॉलेज और अभयनंदन इंटर कॉलेज में जाने वाले स्टूडेंट्स को आने-जाने में काफी दिक्कतें उठानी पड़ती है। कॉलेज के स्टूडेंट्स की मानें तो छह महीने से पहले से बनाई जा रही सड़क को पिच करने के लिए केवल बड़े-बड़े गिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है। जिसके चलते आए दिन कोई न कोई स्टूडेंट्स अपनी बाइक या फिर स्कूटी लेकर जरूर गिरता है। कई बार तो स्टूडेंट्स को गंभीर चोटें भी लगी है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
गिट्टी पर चलने को मजबूर
कमोबेश अभयनंदन इंटर कॉलेज के स्टूडेंट्स का भी हाल यही है। स्कूली बच्चों की मानें तो सड़क की हालत इस कदर खराब है आने व जाने में तो दिक्कतें होती हैं। बड़ी-बड़ी गिट्टी पड़े रहने से साइकिल और मोटर साइकिल भी खूब पंचर होते हैं। 11 वीं में पढ़ने वाले अभिषेक कुमार बताते हैं कि महीने में पांच बार उनकी साइकिल ब्लास्ट कर चुकी है। वहीं साहिल भी बताते हैं कि उनकी बाइक के पहिए तीन बार पंचर हो चुके हैं। सड़क बनाने वाले जो भी जिम्मेदार हैं। वह इन सभी घटनाओं से बेखबर हैं। स्थानीय पार्षद ने कभी तक इधर झांकने तक नहीं आए हैं
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क्या कहना है स्थानीय लोगों का
होमयोपैथिक डॉ। सुधाकर शुक्ला बताते हैं कि इसी रास्ते में उनकी क्लिनिक है। लेकिन मरीजों को आने-जाने में काफी दिक्कतें होती हैं। मेन रोड से क्लिनिक तक आने में मरीजों का बुरा हाल हो जाता है। कोई ऐसा दिन न हो कि राहगीर इन सड़को पर ना गिरें। पिछले सात-आठ महीने से यह हाल है। कई बार पार्षद से शिकायत करने की भी कोशिश की गई, लेकिन वह मिलती ही नहीं है। मोहल्ला वार्ड नंबर 36 में आता है, लेकिन इसकी पार्षद अन्नू देवी कभी झांकने तक नहीं आती हैं।
एक दिन कॉलेज आ रही थी। तभी अचानक मेरी स्कूटी इन गिट्टीयों पर गिर गई और मेरे कंधे में चोट लग गई। करीब एक महीने तक दर्द रहा। अब जाकर ठीक हुआ है।
- निधि यादव
मैं कॉलेज स्कूटी से आती-जाती हूं, लेकिन सड़क न बनने के कारण काफी दिक्कतें होती हैं। पता नहीं कब तक यह सड़क बनेगी। कई बार तो मेरी स्कूटी पंचर हो चुकी हैं।
- स्वाती
टेंडर हो गया है। नाली और सड़क बनाने को लेकर कई पेंच थे, लेकिन दोनों को एक साथ निर्माण कार्य छठ बाद शुरू करा दिया जाएगा।
बेबी यादव, पार्षद, भेडि़यागढ़, वार्ड नंबर 49
चुनाव के चलते जेई और कर्मचारी व्यस्त थे। जिसके चलते निर्माण कार्य नहीं शुरू हो सका। दीवाली बाद सड़क और नाली का निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।
एसके केसरी, चीफ इंजीनियर, जीएमसी