गोरखपुर (ब्यूरो)।इस घटना को हुए तीन सप्ताह से अधिक समय बीत गया, लेकिन हत्याकांड में शामिल सभी बदमाश अरेस्ट नहीं हो सके। इस समय एसटीएफ को उमेश पाल के शूटर्स के नेपाल पहुंचने के इनपुट मिले हैं। जिसके बाद नेपाल बॉर्डर पर खुफिया एजेंसी और पुलिस शूटर्स की फोटो लेकर उनकी तलाश में लग गई है। ये टीम अपने-अपने सूत्रों को नेपाल के अंदर भी लगाया है, जिससे शूटर्स का जल्द पता लग सके।
गोरखपुर से सटे बॉर्डर पर निगरानी
सूत्रों से जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार बहराइच बॉर्डर से शूटर्स के भागने की खबर मिली है। लेकिन गोरखपुर से सटे सिद्धार्थनगर, सोनौली और मोतीहारी सीमा पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है। एडीजी ने घटना के बाद पहले ही दिन बॉर्डर पर पुलिस को अलर्ट कर दिया था।
अतीक की नेपाल में अच्छी पैठ
ये माना जा रहा है कि गुजरात जेल में बंद अतीक अहमद की नेपाल में अच्छी पैठ है। इसलिए सभी शूटर्स घटना के बाद रास्ता बदल-बदलकर नेपाल पहुंंचे हैं। वहीं अतीक का खास गुर्गा बमबाज गुड्डू मुस्लिम गोरखपुर जेल भी काट चुका है। उस दौरान परवेज टाडा जेल में बंद था। गुड्डू परवेज का खास बन गया था। गोरखपुर में बम विस्फोट की घटना को अंजाम देने के बाद परवेज टाडा नेपाल में ही शरण लिया।
दाउद से भी था संपर्क
वहां से परवेज आईएसआई और डी कंपनी के डॉन दाउद के संपर्क में भी आ गया। दाउद से संपर्क में आने के बाद परवेज टाडा ने नेपाल में अच्छी पहचान बना ली और चुनाव लडऩे वाला था। तभी उसकी हत्या कर दी गई। परवेज के संपर्क में रहने की वजह से कई बार गुड्डू भी नेपाल में रह चुका है। वहां उसने भी अच्छी जान पहचान बना ली थी। उसे नेपाल बॉर्डर पर पहचाने वाले बहुत लोग हैं। इसलिए गोरखपुर से सटे बॉर्डर पर निगरानी बढ़ाई गई है।
इन शूटर्स की जारी हुई फोटो
उमेश पाल हत्याकांड का सीसीटीवी फुटेज निकालने के बाद सभी आरोपियों की फोटो जारी की गई है। इसमे अतीक का बेटा असद, बमबाज गुड्डू मुस्लिम, शूटर गुलाम, शूटर साबिर, शूटर अरमान की फोटो पुलिस और खुफिया एजेंसी के पास भेजी गई है। फोटो पुलिस के सभी ग्रुप में शेयर की गई है।
प्रयागराज में घटना के बाद पहले ही दिन से नेपाल बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी गई। वहां लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला गया है। पुलिस अपने सूत्रों से भी हत्या में शामिल शूटरों की तलाश कर रही है।
- अखिल कुमार, एडीजी