- तीन मोहल्लों में होती है दो ट्रांसफॉर्मर्स से सप्लाई

GORAKHPUR : कभी आपने बिजली सप्लाई के लिए दो ट्रांसफॉर्मर एक के ऊपर एक लगे देखे हैं? नहीं देखे तो हमीदपुर में लगे ट्रांसफॉर्मर देख लीजिए। बिजली विभाग के इस कारनामे से नुकसान पब्लिक के साथ-साथ विभाग को भी हो रहा है, लेकिन अफसर सो रहे हैं। इन ट्रांसफॉर्मर्स से हमीदपुर, करीमनगर और राप्तीनगर जैसे वीआईपी एरियाज में सप्लाई होती है, लेकिन ऊपर-नीचे लगे ट्रांसफॉर्मर्स की वजह से वोल्टेज की प्रॉब्लम भयावह हो गई है।

हमीदपुर और करीम नगर में है समस्या

पार्षद प्रतिनिधि चंदू पासवान ने बताया कि 40 साल से अभी तक हमीदपुर और करीम नगर एरिया के बिजली के तार नहीं बदले गए। हर चौथे दिन दोनों मोहल्लों की बिजली गुल हो जाती है। हमीदपुर का ट्रांसफॉर्मर जलता है तो करीमनगर को भी अंधेरे मे रहना पड़ जाता है। बिजली विभाग के जेई के मुताबिक इन दोनों ट्रांसफॉर्मर्स को अलग कर दिया जाए तो फॉल्ट और लो वोल्टेज की प्रॉब्लम समाप्त हो जाएगी। ऐसा करने में विभाग को सिर्फ 50 हजार रुपए खर्च करने होंगे। अभी इस स्थिति से विभाग को लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है।

लो वोल्टेज की भी प्रॉब्लम

ट्रांसफॉर्मर दूर और कम क्षमता के लगे होने के कारण हमीरपुर और करीमनगर में लो वोल्टेज की प्रॉब्लम बनी रहती है। दिन में पानी की मोटर चलाते वक्त बल्ब, पंखे और फ्रिज आदि सभी उपकरण बंद करने पड़ जाते हैं। लाइट गुल होने के बाद बच्चों को पढ़ने के लिए लालटेन या लैंप की जरूरत पड़ जाती है। लो वोल्टेज से निपटने के लिए दो-तीन बल्ब जलाने पड़ते हैं।

कई बार कंप्लेन के बावजूद स्थिति नहीं बदली। हर बार सिर्फ आश्वासन मिलता है।

चंदू पासवान, पार्षद प्रतिनिधि

ऐसी जानकारी नहीं है। इस तरह ट्रांसफॉर्मर नहीं लगाना पड़ना चाहिए था, यह गलत है। संबंधित एरिया के एसडीओ को स्थलीय निरीक्षण के निर्देश दिए जाएंगे।

एके श्रीवास्तव, एसई, ग्रामीण विद्युत वितरण खंड प्रथम