- कूड़ाघाट स्थित रामगढ़ताल में दो बच्चियों की डेडबॉडी मिलने से सनसनी
- मॉर्निग वॉक के लिए निकले राहगीरों ने दी पुलिस को जानकारी
GORAKHPUR:
कैंट एरिया कूड़ाघाट में तमाम लोगों की सुबह उस वक्त काली हो गई, जब उन्होंने रामगढ़ताल में दो डेडबॉडी उतराई देखी। खबर जैसे ही फैली इलाके में कोलाहल मच गया। जिसे देखो वह घटनास्थल की तरफ भागने लगा। तुरत-फुरत मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने दोनों डेडबॉडी बाहर निकलवाई तो देखने वालों का कलेजा मुंह को आ गया। यह करीब 4 और 7 साल उम्र की दो छोटी बच्चियों की डेडबॉडी थी। उन्हें देखकर हर किसी के मन में बस एक ही सवाल उठ रहा था, उफ, इन्हें किसने मार डाला। हालांकि पुलिस की तमाम कवायदों के बावजूद दोनों की शिनाख्त नहीं हो सकी।
तो मां कहां गई?
जिस जगह से दोनों बच्चियों की डेडबॉडी मिली है उससे थोड़ी ही दूरी पर एक जोड़ी चप्पल भी बरामद हुई। यह चप्पल किसी महिला का है। घटनास्थल पर जुटे लोगों ने आशंका जताई कि महिला ने बच्चियों को पानी में फेंकने के बाद खुद भी सुसाइड कर लिया होगा। इस अंदेशे पर पुलिस ने ताल में स्टीमर, नाव और गोताखोर को भी उतारा मगर कोई सफलता नहीं मिली। इस बीच एसपी सिटी हेमराज मीणा ने दोनों शवों की पहचान कराने की कोशिश की मगर एक घंटे बाद भी उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई।
यह सवाल कर रहे परेशान
दोनों बच्चियों का शव मिलने के बाद कई आशंकाएं और सवाल उठ रहे हैं।
आशंका: कहीं महिला ने गरीबी से तंग आकर तो अपनी बच्चियों को पानी में नहीं फेंक दिया?
सवाल: तो फिर महिला का शव क्यों नहीं मिला?
आशंका: कहीं खेलते-खेलते दोनों बच्चियां पानी में तो नहीं चली गई?
सवाल: लेकिन दोनों बच्चियों की गुमशुदगी की कोई रिपोर्ट भी नहीं है।
आशंका: कोई दोनों बच्चियों को मारकर उन्हें ताल में तो नहीं फेंक गया?
सवाल: फिर वहां मिली एक जोड़ी चप्पल किसकी है?
आशंका: दोनों बच्चियां कहीं दूर की हो सकती हैं और उन्हें यहां लाकर रामगढ़ताल में फेंक दिया गया? साथ ही दो जोड़ी महिला चप्पल को जानबूझकर वहां छोड़ दिया गया हो ताकि पुलिस उलझ जाए।
फिलहाल यह आशंका सच के करीब जाती लग रही है।
ऐसा है पहनावा
बड़ी बच्ची के शरीर पर लाल टीशर्ट, सफेद नीला छापदार पैंट और दाहिने हाथ में रक्षासूत्र है। दूसरी बच्ची नीला टीशर्ट, पैंट और दाहिने हाथ में रक्षा सूत्र बंधा है।
यहां भी मिली निराशा
इस बीच भैरोपुर गांव से यह सूचना आई थी कि वहां से दो बच्चे गायब हैं। ऐसे में पुलिस भैरोपुर गांव में पहुंची, मगर वहां से इस तरह के किसी प्रकरण के बारे में जानकारी नहीं मिली। पुलिस बैरंग खाली हाथ वापस लौट आई।
वर्जन
बच्चियों के शव की पहचान नहीं हो पाई है। आशंका के आधार पर ताल में गोताखोर की भी मद्द ली गई मगर कुछ भी नहीं मिला। डेड बॉडी को कब्जे में लेकर जांच की जा रही है।
-अभय मिश्रा, सीओ कैंट