-कहीं मिला मिस ब्रांड तो कहीं था बिना डॉक्यूमेंट और टैक्स के स्टॉक

-ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने किया इंस्पेक्शन, मिसब्रैंडिंग में पाया इनवॉल्व

GORAKHPUR: ब्रांडेड के नाम पर लोकल राइस बेचना दो कंपनियों को महंगा पड़ गया। लगातार मिल रही कंपलेन के बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सहजनवां ने छापा मार कर पूरा माल जब्त कर लिया और दोनों कंपनियां को सील कर दिया। एक कंपनी में जहां कई ब्रांड के खाली बैग मिले तो दूसरी कंपनी में भ्0 केजी के करीब ब्ख्7ख् बैग मिले। उनका टैक्स नहीं भरा गया था। ये कंपनियां तब तक सील रहेगी, जब तक वे उत्पादन से संबंधित डॉक्यूमेंट और टैक्स नहीं जमा करेंगे।

कई ब्रांड के मिले बैग, नहीं मिला रजिस्टर

सहनजवां में ब्रांडेड कंपनी के नाम पर डुप्लीकेट प्रोडेक्ट बेचने की लगातार कंपलेन मिल रही थी। इसे गंभीरता से लेते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सहजनवां सुनील कुमार वर्मा ने टीम के साथ लखनापुर स्थित श्रीरामचंद्र राइस मिल और मिनवा स्थित जायसवाल ट्रेडिंग कंपनी में छापा मारा। वहां भारी अनियमितता पाई गई। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने बताया कि श्रीरामचंद्र राइस मिल में चावल का भारी स्टॉक मिला है। मिल में क्8ख् बैग राइस, ख्0भ् बैग पैडी, फ्0 बोरी गेहूं मिला, मगर स्टॉक रजिस्टर नहीं मिला। म्आर या 9आर की रसीद भी नहीं थी। साथ ही ये मिसब्रांडिंग में भी इनवॉल्व्ड पाए गए। कंपनी में ख्भ्0 खाली बैग डबल हाथी के, ख्00 बैग स्वाद राइस के और ख्00 बैग कलश राइस के मिले। जिसका कंपनी के प्रोपराइटर के पास कोई जवाब नहीं था। इन अनियमितताओं को देखते हुए राइस मिल सील कर दी गई। इसके बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने मिनवा स्थित जायसवाल ट्रेडिंग कंपनी में छापा मारा। जहां भ्0 केजी के ब्ख्7ख् राइस बैग मिले। जिसका मंडी टैक्स पे नहीं किया गया था। इंस्पेक्शन में न तो स्टाक रजिस्टर मिला और न ही म्आर या 9आर रसीद। जायसवाल ट्रेडिंग कंपनी को सील कर दिया गया।

दो राइस मिल में छापा मारा गया था। जहां भारी अनियमितता मिलने के साथ टैक्स चोरी पाई गई। दोनों कंपनियों को सील कर दिया गया है। जब तक ये कंपनी सभी डॉक्यूमेंट दिखाने के साथ टैक्स जमा नहीं करती हैं, तब तक सील रहेंगी।

सुनील कुमार वर्मा, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सहजनवां