- जिले में कहर बनकर दिन भर नाची आग

- फायर ब्रिगेड की देरी पर फूटा लोगों का गुस्सा

GORAKHPUR: तापमान के साथ अगलगी की घटनाएं बढ़ती जा रही है। रविवार को पछुआ हवाओं संग कहर बनकर आग दिन भर नाची। खजनी एरिया में चूल्हे की चिंगारी से लगी में आग में फंसकर दो बच्चे जिंदा जल गए। जिले भर में सौ से अधिक मकान लपटों की भेंट चढ़े। अगलगी की सूचना पर दमकल की गाडि़यां देर से पहुंची तो लोगों ने जमकर बवाल काटा। पुलिस और फायर ब्रिगेड के कर्मचारी लोगों के गुस्से का शिकार बने। घटना पर गहरा दुख जताते हुए प्रशासनिक अफसरों ने पीडि़तों को उचित मदद दिलाने का भरोसा दिया है।

चूल्हे की चिंगारी से निकली मौत

नटनी निवासी सुभाष की बेटी सन्नो की शादी रविवार को थी। सुभाष के पट्टीदार मुकेश के घर के पीछे झोपड़ी में बारातियों के लिए भोजन बन रहा था। दोपहर करीब दो बजे झोपड़ी में रखे भूसे में अचानक आग लग गई। तेज हवा से आग कुछ ही देर में फैल गई। गांव के लोग आग को काबू करने की कोशिश करते। इसके पहले आग ने विकराल रूप धर लिया। आग से सुभाष, मुकेश, आत्मा, परमात्मा, रुदल, राजकुमार, रामजीत, मकालू, शिवकुमार, योगी और राम आसरे का घर जलने लगा। उसी समय घर में सो रहे मुकेश का चार साल बेटा शिवम और छह साल की बेटी संगिनी आग की लपटों में फंस गए। लोगों ने किसी तरह से आग को काबू किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। दोनों बच्चों की जलने से मौत हो गई।

गांव में पसरा मातम

अगलगी से गांव में कोहराम मच गया। दो बच्चों की मौत ने सबको झकझोर कर रख दिया। मुकेश के परिवार लोग रो-रोकर बेहाल हो उठे। लोग बस तकदीर को कोसते रहे। परिवार के लोग कहते रहे कि सामान तो बाजार में मिल जाएगा, लेकिन बच्चों को कहां से लाएंगे। अगलगी के नुकसान से ज्यादा लोगों को मासूमों की मौत खल रही थी। बच्चों की मौत की सूचना पर गांव में एसडीएम, तहसीलदार और पुलिस पहुंची। अफसरों ने मुआवजा देने का आश्वासन लोगों को दिया।