- जलकल की लापरवाही से एक सप्ताह से ऑटोमेटिक सिस्टम फेल

- ऑटोमेटिक सिस्टम करने वाले लोगों को तलाश रहे जलकल अफसर

- 5 ट्यूबवेल पर लगने थे ऑटोमेटिक सिस्टम

GORAKHPUR: जलकल की लापरवाही शहर के आधा दर्जन मोहल्लों में पानी सप्लाई अनियमित हो गई है। दो साल पहले शहर के पांच ट्यूबवेल्स पर लगाए ऑटोमेटिक सिस्टम खराब होने के कारण अब इन्हें मैनुअली ऑपरेट करना पड़ रहा है। पहले ऑटोमेटिक सिस्टम होने से इन्हें एक ही ऑपरेटर ट्यूबवेल्स को एक जगह बैठे ही ऑपरेट कर लेता था, लेकिन अब उसे ट्यूबवेल चालू करने के बाद दूसरे ट्यूबवेल को चालू करने के लिए वहां जाना पड़ रहा है। जिसके कारण कई ट्यूबवेल समय से चल ही नहीं रहे हैं और सप्लाई व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। सबसे अधिक दिक्कत दोपहर के शिफ्ट में हो रही है।

पांचों ऑटोमेटिक सिस्टम फेल

सिटी में 123 छोटे-बडे़ ट्यूबवेल लगे हुए हैं। जिसमें लालडिग्गी पार्क, कचहरी, कौआदह, नगर निगम ऑफिस परिसर और बेतियाहाता के ट्यूबवेल 2014 में लगाए गए। जब यह लगे तभी से विवादित हो गया था, लेकिन बाद में किसी तरह सिस्टम चालू हो गया। दो साल पहले यह सिस्टम बहुत अच्छी तरह से काम कर रहा था। बीच-बीच में एक-दो मशीन खराब होती रही, उसे जुगाड़ टेक्नोलॉजी से चलाते रहे, लेकिन 29 अप्रैल को लालडिग्गी का सिस्टम पूरी तरह से बंद हो गया। उसके बाद दो घंटे तक कर्मचारियों ने सही करने की कोशिश की, लेकिन जब मशीन सही नहीं हुई, तो उसे आटोमेटिक की जगह मैनुअल मोड पर कर दिया। पिछले एक सप्ताह से शहर के पांचों आटोमेटिक सिस्टम फेल हो चुके हैं और उन्हें मैनुअली ऑपरेट किया जा रहा है।

क्या है ऑटोमेटिक सिस्टम?

ऑटो मोटर सिस्टम जिन ट्यूबवेल्स पर लगाया जा रहा है, वह ट्यूबवेल्स पानी की आवश्यकता और बिजली की उपलब्धता पर चलते हैं। बिजली आते ही अगर टंकी में अचानक पानी समाप्त हो गया है तो ट्यूबवेल्स अपने आप ही चलने लगता है। अगर टंकी फुल हो गई तो पानी नहीं गिरता है, बल्कि अपने आप ही ट्यूबवेल बंद भी हो जाता है। इस सिस्टम में यह भी है कि अगर टंकी आधी भरी हो और बिजली चली जाए तो पुन: बिजली आते ही मोटर चलने लगेगी। इसकी खासियत यह है कि बिजली की कम खपत के साथ ही पानी सप्लाई के लिए कभी कमी नहीं होगी।

इन एरिया को हो रही प्रॉब्लम

बेतियाहाता, रायगंज, अलहदादपुर, तुर्कमानपुर, रेती चौक, सिविल लाइंस, गीता प्रेस, घंटाघट, मिर्जापुर, साहबगंज मंडी, नखास, असकरगंज, शाहमारूफ, इलाहीबाग आंशिक