- ट्यूबवेल पड़े हैं खराब, कैसे छूटेगा होली का रंग
- जलकल कर रहा वैकल्पिक व्यवस्था, टैंकर तैयार
GORAKHPUR : होली रंगों का त्यौहार है और इसमें सबसे ज्यादा जरूरत होती है पानी की। बिना रंग भरे पानी में सराबोर हुए होली का मजा अधूरा माना जाता है। ऐसे में सिटी के आधा दर्जन मोहल्लों में होली खेलने का मजा फीका हो सकता है क्योंकि इन एरियाज में वाटर सप्लाई ध्वस्त है। अधिकांश बड़े व छोटे ट्यूबवेल खराब पड़े हैं। होली को देखते हुए कुछ की रिपेयरिंग की जा रही है, लेकिन कछुआ रफ्तार से चल रहे काम को देखकर लगता नहीं कि होली से पहले मरम्मत पूरी हो जाएगी। ऐसे में जलकल टैंकर की वैकल्पिक व्यवस्था तैयार कर रहा है। तो मतलब इन एरियाज में होली उधार के पानी से ही मनेगी।
कई दिनों से खराब पड़े हैं ट्यूबवेल
सिटी के सुभाष नगर, गिरधरगंज, महादेव झारखंड़ी और खोवा मंडी का ट्यूबवेल पिछले क्0 दिन से खराब पड़ा हुआ है। इनकी मरम्मत के लिए दर्जनों बार पब्लिक और पार्षद की ओर से कंप्लेन की जा चुकी है, लेकिन अभी तक काम पूरा नहीं हुआ। जलकल विभाग के एक ऑपरेटर ने बताया कि महादेव झारखंडी एरिया में मोटर गिर गया था जिसे निकालने के लिए अभी तक तकनीकी टीम को परमिशन नहीं मिल पाई है। वहीं सुभाष नगर कॉलोनी के ट्यूबवेल का भी मोटर खराब हो गया है।
ब् मिनी ट्यूबवेल भी खराब
जलकल ने सिटी में पानी सप्लाई करने के लिए बड़े ट्यूबवेल्स के साथ 87 मिनी ट्यूबवेल भी लगाए हैं। ये ट्यूबवेल तीन शिफ्ट में सुबह, दोपहर और शाम चलते हैं। सिटी के एक बड़े हिस्से को इन्हीं ट्यूबवेल से वाटर सप्लाई की जाती है। पिछले एक हफ्ते से हांसूपुर, बिलंदपुर, विकास नगर बरगदवां और बशारतपुर एरिया का एक-एक मिनी ट्यूबवेल खराब पड़ा हुआ है जिसके कारण इन एरिया में सप्लाई बंद हो गई है। लोग घर के रिबोर या हैंडपंप के भरोसे काम चला रहे हैं।
होली में ख्ब् घंटे पानी सप्लाई के लिए आदेश दिया गया है। जलकल के सभी टैंकर्स को पानी भर कर तैयार रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं। ट्यूबवेल खराब होने की कंप्लेंट प्राथमिकता के आधार पर सुलझाई जा रही है।
राजेश कुमार त्यागी, नगर आयुक्त