गोरखपुर (ब्यूरो)।गोरखपुर रीजन के विभिन्न डिपो में दो सौ बसें खड़ी हो गई हैं। इससे जहां परिवहन निगम की भी मुश्किलें बढ़ गई है, वहीं आम आदमी को टाइम से बस नहीं मिल पा रही है। ऐसे में उन्हें बसों का लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।

पहले ही खड़ी थीं 100 बसें

कंडक्टर्स की कमी से पहले ही गोरखपुर रीजन में 100 बसें खड़ी थीं। अब संविदा कंडक्टर्स के ड्यूटी पर नहीं आने से और 100 बसें खड़ी हो गई हैं। हालांकि, परिवहन निगम कंडक्टर्स को बुलाने का प्रयास कर रहा है। साथ ही नोटिस जारी कर दबाव भी बना रहा है। कार्य पर नहीं आने वाले लगभग 100 संविदा कंडक्टर्स को नोटिस जारी किया गया है। आगे विभागीय कार्रवाई भी सुनिश्चित करने की तैयारी कर रहा है।

मैनुअल टिकट से कहासुनी

एआरएम महेश चन्द्र के अनुसार टिकट बिक्री के लिए स्टेशन परिसर में अतिरिक्त काउंटर खोले गए हैं। जानकारों का कहना है कि कंडक्टर पिछले एक साल से नियमित ईटीएम पर कार्य कर रहे हैं। अचानक सिस्टम खराब होने से कंडक्टर्स को मैनुअल टिकट दे दिया गया है। मैनुअल टिकट बनाने में उन्हें दिक्कतें आ रही हैं। पैसेंजर्स के साथ कहासुनी भी हो जा रही। बसें भी लेट हो जा रहीं। ऐसे में वे ड्यूटी से भागने लगे हैं। इसके चलते बसों का संचालन प्रभावित हो रहा है।

400 कंडक्टर्स की कमी

जानकारों का कहना है कि गोरखपुर रीजन में पहले से ही 400 कंडक्टर्स की कर्मी है। करीब 150 कंडक्टर्स की तैनाती की गई है, वह भी ज्वाइन नहीं कर रहे। अब ईटीएम सेवा बंद होने से करीब 100 कंडक्टर ड्यूटी पर ही नहीं आ रहे। यहां जान लें कि 25 अप्रैल से ही इलेक्ट्रानिक बस टिकटिंग प्रणाली ध्वस्त है। गोरखपुर रीजन में करीब 750 बसें हैं।

गाजियाबाद के बाद शनिवार को दोपहर बाद गोरखपुर रीजन में भी इलेक्ट्रानिक टिकट मशीनों का ट्रायल शुरू हो गया। प्रथम चरण में गोरखपुर और देवरिया डिपो को ट्रायल के लिए चिह्नित किया गया है। कंडक्टर्स को ईटीएम दे दिए गए हैं। ट्रायल सफल रहा तो जल्द ही रीजन के सभी डिपो में ईटीएम सेवा बहाल कर दी जाएगी।

- पीके तिवारी, आरएम गोरखपुर रीजन