- भीषण कोहरे की वजह से ट्रेंस करनी पड़ी कैंसिल, जिसकी वजह से आने वाला किराया भी बंद

- अब तक एक दर्जन से ज्यादा ट्रेंस हो चुकी हैं कैंसिल

- वहीं पैसेंजर्स को भी उठानी पड़ रही है परेशानी, साधन न मिलने की वजह से टिकट वापस करने की टाइम लिमिट हो जा रही है खत्म

GORAKHPUR : मौसम का कहर है कि थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ जहां इसने घरों के अंदर लोगों की परेशानी बढ़ा रखी है, वहीं सफर के लिए निकलने वालों की परेशानी दोगुनी कर दी है। घने कोहरे की वजह से ट्रेंस लेट चल रही हैं, जिससे पैसेंजर्स को स्टेशन पर घंटो वक्त बिताना पड़ रहा है, वहीं कंफर्म टिकट के बाद भी जर्नी कंप्लीट करने के लिए उन्हें दूसरी ट्रेंस का सहारा लेना पड़ रहा है। मौसम की इस मार का असर सिर्फ पैसेंजर्स ही नहीं बल्कि रेलवे पर भी पड़ रहा है। मौसम की मार से रेलवे को कई ट्रेंस कैंसिल करनी पड़ी हैं, इसकी वजह से पैसेंजर्स की तादाद में कमी तो आई ही है, वहीं रेलवे को होने वाली आमदनी भी काफी कम हो गई है।

कैंसिल ट्रेन की वजह से आमदनी कम

घने कोहरे की वजह से रेलवे को अपनी कई ट्रेंस कैंसिल करनी पड़ गई है। इसमें जहां कुछ टेंप्रेरी तौर पर कैंसिल कर दी गई है, वहीं कुछ को फरवरी तक के लिए कैंसिल किया गया है। ऐसे में इसका असर रेलवे की आमदनी पर भी पड़ रहा है। सोर्सेज की मानें तो क्रिसमस की भारी भीड़ होने के बाद भी एक रेलवे को की आमदनी पिछले दिनों जैसी ही है। वहीं छोटे स्टेशंस पर इसका ग्राफ और नीचे आ गया है। छोटे स्टेशनों पर पिछले कुछ दिनों से

ख्0 से ख्भ् हजार रुपए कम कलेक्शन हो रहे हैं। मगर क्रिसमस, न्यू इयर और विंटर वैकेशन की वजह से बड़े स्टेशंस पर डेली आमदनी में कोई खास फर्क नहीं आया है।

ट्रेंस लेट होने की वजह से काम का नुकसान

मौसम के साइड इफेक्ट की वजह से ट्रेंस लेट होने का सिलसिला जारी है। इसकी वजह से पैंसेजर्स को डबल नुकसान हो रहा है। पहला यह कि ट्रेंस लेट होने की वजह से वह अपने डेस्टिनेशन तक टाइमली नहीं पहुंच पा रहे हैं। वहीं दूसरा यह कि शेड्यूल डिस्टर्ब हो जाने की वजह से उनका काम भी प्रभावित हो रहा है। इसके लिए कई पैसेंजर्स अपने कंफर्म टिकट को छोड़कर दूसरी ट्रेंस से अनरिज‌र्व्ड डिब्बों में सफर कर रहे हैं, जिसकी वजह से उन्हें पैसों का दोहरा नुकसान उठाना पड़ रहा है। लखनऊ से गोरखपुर आए विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि उनको दोपहर में गोरखपुर पहुंचना था, जिसकी वजह से उन्होंने काफी पहले ही गोरखधाम में टिकट करवाया था, मगर ट्रेन काफी लेट होने की वजह से उन्हें दूसरी ट्रेन से गोरखपुर आना पड़ा।