- वेंस्डे को जीआरपी लाइन में जवानों को दी गई एफआईआर की ट्रेनिंग
- तीन कॉपियों में दर्ज होगी एफआईआर, स्कॉर्ट मेंबर्स रिसीट बुक के साथ रहेंगे ट्रेंस में मौजूद
<- वेंस्डे को जीआरपी लाइन में जवानों को दी गई एफआईआर की ट्रेनिंग
- तीन कॉपियों में दर्ज होगी एफआईआर, स्कॉर्ट मेंबर्स रिसीट बुक के साथ रहेंगे ट्रेंस में मौजूद
GORAKHPUR :GORAKHPUR : रेल पैसेंजर्स को चलती ट्रेन में दुर्घटना के बाद घटना की सूचना देने के लिए इधर-उधर दौड़ नहीं लगाने पड़ेगी। बस अपनी ट्रेन की एस-भ् बोगी में जाकर 7क् नंबर सीट पर कंप्लेन करनी होगी। उनकी कंप्लेन ऑन स्पॉट दर्ज की जाएगी। वेंस्डे को ट्रेनिंग ऑर्गेनाइज की गई, जिसमें जीआरपी के जवानों को ट्रेन में एफआईआर के तौर तरीके बताए गए। जीआरपी सीओ नम्रता श्रीवास्तव और सीओ गोरखपुर विजय शंकर सिंह की मौजूगी में यह ट्रेनिंग कराई गई। इसमें सभी एसएचओ, एसओ के साथ ख्-ख् कांस्टेबल मौजूद रहे।
नहीं छोड़नी पड़ेगी ट्रेन
रेलवे की यह नई स्कीम क्भ् फरवरी से स्टार्ट हो जाएगी। सीओ नम्रता श्रीवास्तव ने बताया कि इसमें सभी स्कॉर्ट मेंबर्स के पास एफआईआर रिसीट मौजूद रहेगी। इसमें पैसेंजर को बस अपनी कंप्लेन दर्ज करानी होगी, इसके बाद ऑन ड्यूटी स्कॉर्ट मेंबर उसे एफआईआर की एक कॉपी प्रोवाइड करा देगा। नेक्स्ट स्टेशन पर जहां ट्रेन पर्याप्त समय के लिए रुकेगी, वहां पर स्कॉर्ट मेंबर दर्ज कंप्लेन की एक कॉपी और रिसीट थाने में देगा। वहीं तीसरी कॉपी स्कॉर्ट मेंबर जिस स्टेशन से चढ़ा है, यानि कि होम स्टेशन पर जमा करनी होगी।
8 से क्ख् तक कांस्टेबल की होगी ट्रेनिंग
सीओ ने बताया कि रनिंग ट्रेन में एफआईआर करने की ट्रेनिंग का यह सेकेंड फेज था। इसमें थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज और हर थाने से ख्-ख् एंप्लाइज को ट्रेनिंग दी गई है। नेक्स्ट फेज 8 फरवरी से क्ख् फरवरी तक चलेगा। इसमें सीओ के सुपरविजन में सभी एसओ थाना लेवल पर सिपाहियों को ट्रेनिंग देंगे। क्भ् फरवरी से पहले सभी को इसकी ट्रेनिंग दे दी जाएगी।