- मेडिकल के लिए पीडि़ता को ले जाने वाली महिला सिपाही से की पूछताछ
- 18 मार्च को हाईस्कूल की छात्रा का हुआ था अपहरण, गैंगरेप के बाद 20 मार्च को छोड़ गए आरोपी
- पुलिस ने गैंग रेप को बता दिया झूठा, पीडि़ता ने वरीय अधिकारियों से लगाई गुहार
SAHJANWA: हाईस्कूल की छात्रा के गैंग रेप को बिना जांच ही झूठा करार देना सहजनवां पुलिस के गले की फांस बनती जा रही है। गुरुवार को ट्रैफिक एसपी श्रीप्रकाश दुबे सहजनवां थाने पहुंचे। कई लोगों से पूछताछ की। साथ ही पीडि़ता को मेडिकल के लिए ले जाने वाली महिला सिपाही से भी जानकारी ली। हालांकि जांच के संबंध में कुछ भी बताने से एसपी बचते रहे।
छात्रा को उठा ले गए आरोपी
सहजनवां नगर पंचायत क्षेत्र में रहने वाली हाईस्कूल की नाबालिग छात्रा का 18 मार्च को आरोपियों ने अपहरण कर लिया। दो दिनों तक गैंग रेप के बाद पीडि़ता की हालत बिगड़ने पर आरोपी उसके घर के पास उसे छोड़ गए। पीडि़ता ने परिजनों को पूरी बात बताई। इसके बाद सहजनवां थाना जाने पर पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। वह पीडि़ता को लगातार टालती रही। आरोप है कि एसओ ने 1000 रुपए देकर मामले को भूल जाने के लिए कहा। यहां तक कि मामले को झूठा करार दे दिया। उच्चाधिकारियों से गुहार लगाने के बाद किसी तरह पुलिस ने 24 मार्च को केस दर्ज किया।
विवेचना अधिकारी बदले
इंस्पेक्टर सहजनवां पर मामले में खानापूरी करने का आरोप लगाने के बाद एसएसपी ने इसकी जांच हरपुर एसओ को सौंप दी। जांच की प्रगति जांचने गुरुवार को ट्रैफिक एसपी श्रीप्रकाश द्विवेदी सहजनवां थाने पर पहुंचे। चल रही जांच की जानकारी ली। पीडि़ता को डॉक्टरी जांच के लिए ले जाने वाली महिला सिपाही से पूछताछ की। हालांकि इस संबंध में एसपी ने कुछ भी बोलने से इनकार किया।