GORAKHPUR: नामांकन के पहले दिन छात्र नेताओं ने वाहनों के काफिले और भीड़ जुटाकर अपनी ताकत दिखाई। कुछ की इस नेतागिरी के चलते पब्लिक को काफी प्रॉब्लम हुई। वाहनों के रेला के कारण यूनिवर्सिटी के चारों तरफ की रोड पर दोपहर तीन बजे तक ट्रैफिक कंट्रोल करने में पुलिस के भी पसीने छूट गए।
वाहनों के काफिले को लौटाया
पैडलेगंज की तरफ से वाहनों का काफिला लेकर चले एक छात्र नेता को पुलिस ने छात्र संघ चौराहे पर ही रोक दिया। काफिले के चलते पैडलेगंज से छात्रसंघ चौराहे तक जाम लग गया। जाम में फंसे लोग इस तरह की नेतागिरी को कोसते नजर आए।
पुराने छात्र नेताओं से नोक-झोंक
यूनिवर्सिटी कैंपस में स्थित अमृता कला विथिका सहित अन्य स्थानों को पुलिस ने सुबह 8 बजे से ही कवर कर लिया था। सीओ कैंट अभय कुमार मिश्र के साथ कैंट इंस्पेक्टर बृजेश वर्मा, कई चौकियों के प्रभारी, पीएसी और पुलिस बल वहां तैनात रही। सुबह 11 बजे से नामांकन शुरू हुआ। इस बीच नेताओं-समर्थकों से पुलिस की कई बार नोकझोंक हुई। दोपहर करीब एक बजे पूर्व छात्र नेता नामांकन स्थल पर जाने की जिद करने लगे। इसको लेकर पुलिस के साथ उनकी कहासुनी हुई।
सादगी दिखाकर लूट लिया पुलिस वालों का भी दिल
एक छात्र नेता के बिना किसी तामझाम के नामांकन स्थल पर पहुंचने पर पुलिस ने जमकर सराहना की। उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी अखिलदेव त्रिपाठी सिर्फ नौ लोगों के साथ नामांकन करने पहुंचे। सभी पैदल ही गेट पर पहुंचे। सबने गले में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीर वाली लॉकेट पहन रखी थी। नियम के अनुसार छात्र नेता ने एसएसआई एसएन सिंह से भीतर जाने की अनुमति मांगी।