- आई नेक्स्ट की टीम ने सिटी के तीन मार्केट में लोगों को किया जागरूक

- घर के पॉलिथीन अब नहीं दिखेंगे सड़क पर

GORAKHPUR: पॉलिथीन सिटी को गंदा ही नहीं कर रहा है, बल्कि हमारे पर्यावरण के लिए भी खतरा बनता जा रहा है। एक पॉलिथीन को समाप्त होने में भ्00 साल लग जाते हैं। जबकि सिटी में चारों तरफ पॉलिथीन ही पॉलिथीन नजर आती है। आई नेक्स्ट ने पॉलिथीन को लेकर एक मुहिम छेड़ी और लोगों को जागरूक करना शुरू किया। आई नेक्स्ट की खबर के बाद लोगों में जागरूकता आई और लोगों ने निर्णय लिया कि कम से कम अपने घर में पॉलिथीन लेकर नहीं जाएंगे। अब सब्जी खरीदनी हो या अन्य सामान घर से बैग लेकर निकलेंगे ताकि पॉलिथीन का यूज न करना पड़े।

जागरूकता ही बचा सकती है

सिटी में पॉलिथीन के बढ़ रहे उपयोग को रोकने के लिए जितना कानून और नियम की जरूरत है, उतनी ही जरूरत लोगों में जागरूकता की है। मेयर डॉ। सत्या पांडेय का कहना है कि नगर निगम दो साल पहले एक छोटा सा प्रयास किया था। नगर निगम के इस छोटे से प्रयास की देन है कि सिटी में आज ख्00 से अधिक ऐसे घर हैं जहां पॉलिथीन में एक भी सामान नहीं लाया जाता है। अगर इसी तरह का प्रयास होता रहा तो यह पॉलिथीन का यूज न करने वाले घरों की संख्या ख् लाख तक हो सकती है। पॉलिथीन के यूज को रोकने के लोगों में जागरूकता लाना बहुत जरूरी है।

सिटी में पॉलिथीन का बहुत उपयोग हो रहा है, जिससे कई तरह की प्रॉब्लम खड़ी होने लगी है। लोगों को अब पॉलिथीन का उपयोग न करने की आदत डालनी होगी। मैं तो अब झोला लेकर सब्जी मार्केट जाती हूं।

नीतू शाह, हाउसवाइफ

हमारे यहां अब झोले में ही सब्जी आती है। घर के सभी सदस्य को कहा है कि पॉलिथीन का यूज न करें। पॉलिथीन को बंद करने के लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।

चंदू गुप्ता

पॉलिथीन के यूज पर प्रतिबंध के लिए जागरूकता की जरूरत है। साथ ही यदि लोग अपने रोजमर्रा की लाइफ में पॉलिथीन का यूज न करें और इसे अपनी आदत बना लें तो काफी फायदा होगा। अगर पॉलिथीन का उपयोग बंद नहीं हुआ तो आने वाले समय में बहुत बड़ी प्रॉब्लम सिटी में खड़ी हो सकती है।

राघवेंद्र प्रताप सिंह, स्टूडेंट्स

सिटी में पॉलिथीन अब कई तरह की प्रॉब्लम खड़ी करने लगी है। बारिश के समय पॉलिथीन के कारण ही सिटी में जल जमाव की स्थिति बनती है। वहीं सड़कों पर फैले पॉलिथीन के कारण पूरा शहर गंदा दिखता है।

सुनीता राय, हाउसवाइफ

मेरी हमेशा यही कोशिश रहती है कि जो भी कस्टमर आए वह अपना कपड़े का झोला लेकर जरूर आए। जो रेगुलर ग्राहक हैं उन लोगों को तो हम लोगों ने खुद ही अपनी ओर से झोला दे दिया है। रेगुलर आने वाले कस्टमर वही झोला लेकर डेली आते हैं।

संदीप गौड़, व्यापारी