- जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर दो पर तीन टिकट कलेक्टर ने मिलकर यात्री की जमकर की धुनाई
- पीडि़त यात्री के परिजन ने तीनों टिकट कलेक्टर के नाम जीआरपी में दर्ज कराई मारपीट की रिपोर्ट
- एनई रेलवे के उच्च अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तीनों टिकट कलेक्टर को किया सस्पेंड
<- जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर दो पर तीन टिकट कलेक्टर ने मिलकर यात्री की जमकर की धुनाई
- पीडि़त यात्री के परिजन ने तीनों टिकट कलेक्टर के नाम जीआरपी में दर्ज कराई मारपीट की रिपोर्ट
- एनई रेलवे के उच्च अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तीनों टिकट कलेक्टर को किया सस्पेंड
GORAKHPUR: GORAKHPUR: विश्व के सबसे लंबे प्लेटफार्म पर टिकट कलेक्टर्स ने मिलकर एक यात्री की लात-घूसों से धुनाई कर दी, जिससे वह बुरी तरह से जख्मी हो गया। उसका कसूर बस इतना था कि उसने इन टिकट चेकिंग के दौरान मांगी गई रकम देने से इनकार कर दिया। इस मामले में पीडि़त यात्री को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पीडि़त की तहरीर पर तीनों टिकट कलेक्टर्स के खिलाफ जीआरपी ने मामला दर्ज कर, जांच शुरू कर दी है। वहीं रेलवे के उच्च अधिकारियों ने तीनों आरोपी टिकट चेकिंग स्टाफ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
कमाकर लौट रहा था राम परवेश
कसया के मैनकुट मोहल्ला के रहने वाले राम परवेश कुशवाहा, सऊदी अरब से कमाकर घर के लिए लौट रहा था। क्ख्भ्भ्8 सप्तक्रांति एक्सप्रेस के बी-क् कोच में उसका रिजर्वेशन था। थर्सडे मार्निग ब्.ख्भ् बजे ट्रेन गोरखपुर पहुंची। ट्रेंन के प्लेटफॉर्म नंबर ब् पर पहुंचते ही पैसेंजर्स के बीच उतरने की होड़ मच गई। कसया के लिए बस पकड़ने के लिए राम परवेश भी पूर्वी ओवर ब्रिज होते हुए सीढि़यों से नीचे उतरा। जब वह प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंचा। तभी टिकट कलेक्टर एपी रंजन, शिवेंद्र सिंह और विकास मलिक टिकट चेकिंग कर रहे थे। इसी बीच एपी रंजन ने राम परवेश को रोककर टिकट की डिमांड की। राम परवेश ने अपना टिकट निकालकर उसे दिखाया, लेकिन एपी रंजन ने उससे एक्सेस लगेज के नाम पर पेनाल्टी बनाने की जबरदस्ती करने लगा। रामप्रवेश ने कहा कि वह सऊदी से गोरखपुर तक आ गया, लेकिन उसके लगेज का कोई चार्ज नहीं लिया गया। लगेज के नाम पर आखिरकार किस बात की पेनाल्टी, जबकि तय लिमिट ब्0 किलो है। सबकुछ जानने के बाद भी टिकट कलेक्टर नहीं माना और दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। बहस व तकरार होता देख टिकट कलेक्टर शिवेंद्र सिंह और विकास मलिक रामप्रवेश से भिड़ गए। मामला इतना बढ़ गया कि तीनों ने मिलकर राम परवेश की इस कदर पिटाई कर दी कि वह अधमरा सा हो गया।
किसी ने नहीं ली सुध
इस घटना के बाद से टिकट कलेक्टर मौके से फरार हो गए, बेसुध हालत में राम परवेश वहीं पड़ा रहा। जख्मी राम परवेश सुबह ब्.फ्0 से म् बजे तक वहीं तड़पता रहा, लेकिन किसी ने भी उसकी सुधि नहीं ली। इसी बीच किसी ने लखनऊ डिवीजन के उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत करा दिया। आला अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन हरकत में आया और इसके बाद राम परवेश का रेलवे डॉक्टर्स ने इलाज शुरू किया। मौके पर पहुंचे एरिया मैनेजर जेपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पहले तो पीडि़त से बातचीत की। वहीं इस मामले को उच्च अधिकारियों ने गंभीरता से लेते हुए तीनों टीसी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं जीआरपी प्रभारी गिरजा शंकर त्रिपाठी ने बताया कि पीडि़त यात्री की तहरीर पर तीनों टिकट कलेक्टर के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
अक्सर होती है शिकायत
अक्सर यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट के मामले आते रहते हैं। इसमें चलती ट्रेन में टीटीई और स्टेशन पर टीसी की कई बार शिकायत भी हो चुकी है। बीते माह चलती ट्रेन से एक टीटीई ने यात्री को धक्का दे दिया था। इस मामले में भी पीडि़त यात्री ने गोंडा जीआरपी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इतना ही नहीं जंक्शन के पूर्वी और पश्चिमी फुट ओवर ब्रिज पर टिकट चेकिंग के दौरान अक्सर टीसी पैसेंजर्स यात्रियों के साथ अभद्र व्यवहार भी कर देते हैं। आरपीएफ व जीआरपी से जुड़े लोगों की मानें तो अक्सर यात्रियों की शिकायत रहती है कि टिकट चेकिंग के दौरान टीसी उनके साथ धन उगाही करते हैं। रुपए न देने पर गाली-गलौज और मारपीट करते हैं।
मामला बेहद गंभीर था, इसलिए तीनों टिकट कलेक्टर को मारपीट के मामले में सस्पेंड कर दिया गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे