- बिहार की तेरफ से आने वाली ट्रेंस के स्लीपर और एसी कोचेज के यात्रियों को बनाते थे निशाना

- यात्रियों से चोरी करने के बाद गोरखपुर स्टेशन पर करते थे रुपयों का बंटवारा

GORAKHPUR: पैसेंजर्स का माल समेटने वाले शातिरों आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गए। ट्रेन के स्लीपर और एसी कोचेज में चोरी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। पकड़े गए गैंग के पास से चोरी के सामान, बैग और कैश बरामद किया गया है। जीआरपी ने उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

नहीं दे पाए चकमा

बिहार की तरफ से आने वाली ट्रेंस में चोरी करने वाले गैंग को जीआरपी ने सर्कुलेटिंग एरिया से धर दबोचा है। जीआरपी की मानें तो पकड़ा गया सुनील साहनी, मनोज और चुन्नू बिहार की तरफ से आने वाली ट्रेनों में चोरी करते थे। ये तीनों जनरल कोच को छोड़, एसी और स्लीपर कोच में बैठे पैसेंजर्स को अपना टारगेट बनाते थे। जीआरपी गोरखपुर से बिहार तक इन्हें कई बार ढूंढ़ चुकी थी, लेकिन हर बार यह भागने में कामयाब हो जाते, लेकिन संडे को यह चकमा नहीं दे पाए और फ‌र्स्ट क्लास गेट के पास रंगे हाथों पकड़ लिए गए।

बंटवारे के दौरान पकड़े गए

जीआरपी प्रभारी ने बताया कि चोरी का माल बेचने के बाद तीनों की मीटिंग रेलवे स्टेशन पर होती और वहीं पैसे का बंटवारा होता। संडे को भी शातिर बंटवारा करने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचे थे, तभी मुखबिर ने इसकी सूचना जीआरपी को दे दी। सूचना पर पहुंची जीआरपी ने तीनों को अरेस्ट कर लिया। मामले की विवेचना कर रहे दीपक कुमार बताते हैं कि प्लेटफार्म पर दो दिन पहले हुए चोरी में भी इन्हीं तीनों का हाथ था। सन्नी वर्मा नाम के यात्री के सामान, मोबाइल और नगदी रुपए को इन्हीं तीनों ने चोरी किया था। जीआरपी की मानें तो चोरी के माल को यह बिहार में जाकर बेचते थे और इनका बंटवारा गोरखपुर में करते थे। तीनों पश्चिमी चंपारण के रहने वाले हैं, इसलिए इन तीनों के लिए गोरखपुर, देवरिया, सिवान, छपरा, हाजीपुर जैसे स्टेशन के यात्रियों को अपना निशाना बना चुके हैं।

ये ट्रेंस के यात्री होते हैं निशाने पर

- वैशाली, सप्तक्रांति, शहीद, आम्रपाली, अवध, सत्याग्रह

पकड़े गए तीनों चोर स्टेशन के साथ बिहार की तरफ से आने वाली ट्रेनों को अपना निशाना बनाते थे। इन सभी को अरेस्ट कर लिया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।

गिरजा शंकर त्रिपाठी, प्रभारी, जीआरपी