- प्रधान प्रत्याशी के चुनाव प्रचार के दौरान परोसी गई थी कच्ची शराब
- सुबह शुरू हुआ मौतों का सिलसिला, सभी घायल मेडिकल कॉलेज में एडमिट,
- जिम्मेदारों के खिलाफ दर्ज होगा मुकदमा, चार पुलिसकर्मी सस्पेंड
PIPRAICH/GORAKHPUR : पंचायत चुनाव के दौरान गोरखपुर में कच्ची शराब को लेकर आई नेक्स्ट की आशंका सच साबित हुई। गुरुवार को पिपराइच कस्बे में जहरीली कच्ची शराब ने तीन की जान ले ली और कई गम्भीर हैं। सभी चुनाव प्रचार में बंटी कच्ची शराब के सेवन के बाद बीमार हुए थे। हालत खराब होने पर इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया है। मामले की जानकारी होते ही डीएम, एसएसपी व आबकारी के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उधर, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिले में जहरीली शराब पीने के बाद हुई मौतों पर शोक जताया है। उन्होंने मृतकों के आश्रितों को मुआवजा और बीमारों को मुफ्त इलाज की घोषणा की है।
शराब पीने को लगा मजमा
पिपराइच कस्बे के जंगल छत्रधारी टोला विचऊपुर के धनंजय निषाद प्रधान पद के प्रत्याशी हैं। आरोप है कि समर्थकों ने प्रचार करते वक्त कच्ची शराब बंटवाई। रात में प्रत्याशी के दरवाजे पर शराब पीने वालों का मजमा लग गया। छककर शराब पीने के बाद लोग घर चले गए। गुरुवार सुबह अचानक मुन्ना निषाद(30) और रामललित (45) की मौत हो गई। अन्य ग्रामीणों को भी उल्टी-दस्त शुरू हो गए और सांस फूलने लगी। कुछ लोगों ने निजी क्लीनिक पर इलाज कराया लेकिन सबकी हालत बिगड़ती चली गई। सभी को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान हरेंद्र (40) की मौत हो गई। अन्य ग्रामीण इमरजेंसी में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं।
छोड़ दें नरमी, बरतें सख्ती
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मृतकों के आश्रितों को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने का एलान किया है। साथ ही शराब पीकर बीमार हुए सभी का मुफ्त इलाज किए जाने के लिए निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अवैध मदिरा तथा इससे सम्बन्धित अपराधों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाए। उन्होंने अफसरों को सख्ती से पेश आने की हिदायत दी है। सीएम ने जिला आबकारी अधिकारी और पुलिस चौकी प्रभारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है। जिसके बाद एसएसपी ने एसओ पिपराइच प्रभातेष, हल्का दारोगा शोभनाथ यादव, सिपाही रामगोपाल यादव व रामप्रकाश पांडेय भी सस्पेंड किए गए हैं।