गोरखपुर (ब्यूरो)। पुलिस ने तीनों को कोर्ट में पेशकर जेल भिजवा दिया। पकड़े गए तीनों बदमाशों की पहचान बेलघाट के छितौनी बुजुर्ग निवासी करन, सिकरीगंज के कोटिया बुजुर्ग निवासी अंकित तिवारी उर्फ शेरू उर्फ रजत व आजमगढ़ के कोठरा निवासी केशर चंद्र उर्फ केशर के रूप में हुई है। वहीं, फरार आरोपी बेलघाट के विधनापार निवासी भानु प्रताप सिंह उर्फ बबलू उर्फ बबन है। भानु प्रताप थाने का हिस्ट्रीशीटर है।
14 अगस्त की घटना
एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर व एसपी साउथ अरुण कुमार सिंह और सीओ बांसगांव प्रसाली सिंह ने बताया कि 14 अगस्त की शाम गगहा निवासी अक्षय चौहान स्टेट बैंक से रकम निकाल कर जा रहे थे। रास्ते मे बांसगांव के घी पोखर के पास बाइक सवार बदमाशोंं ने गोली मारकर 1 लाख 68 हजार रुपए लूट लिया था। घायल को इलाज के लिए भर्ती कराकर उनसे घटना के संबंध में जानकारी जुटाई गई और अज्ञात बदमाशोंं के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
उरुवा के सीसीटीवी फुटेज से खुला मामला
घटना के बाद पुलिस ग्राहक सेवा केंद्र से लेकर स्टेट बैंक व घटनास्थल तथा उसके आगे के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। जिसमें दो बाइक सवार दिखे। दोनों की तस्दीक की गई तो एक बाइक सवार निर्दोष मिला। जबकि दूसरे बाइक को ट्रेस किया जाने लगा की वह गलियों से होते हुए किधर जा रहा है। पुलिस ने जब उरुवा के एक सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो उस बाइक का नंबर मिल गया। नंबर के आधार पर पुलिस बाइक के मालिक तक पहुंची तो पता चला कि उनकी बाइक चोरी हुई थी, जिसे बेलघाट पुलिस ने करन नामक अपराधी से बरामद किया था। बाइक को उसके स्वामी ने कोर्ट से रिलीज करा लिया था। चूंकि चोरी का नंबर प्लेट लूट में यूज हुआ था तो पुलिस टीम करन के पीछे लगी। इसके बाद अन्य आरोपी पकड़ में आए और घटना का खुलासा हुआ।
करन ने मारी थी गोली
पुलिस के अनुसार लूट के दौरान करन व भानु मौजूद थे। गोली करन ने चलाई थी। साथ ही अंकित व केशव ने रेकी की थी और फरारी में छिपने आदि कामों में मदद की थी। पुलिस के अनुसार करन शातिर है। उसने मुखबिर को दिल्ली का टिकट कटा कर कह दिया कि वह दिल्ली में हम जबकि वह यही था और टिकट कैंसिल करा दिया था। पकड़े गए बदमाशोंं के पास से पुलिस ने लूट के 89700 रुपए, तमंचा, यूनियन बैंक चेकबुक आदि समान बरामद किया है। इन लोगों ने बिलरियागंज से बाइक चोरी की थी जिसपर भी संतकबीर नगर से चोरी हुई बाइक का नम्बर लगाया था। इन लोगोंं ंने आजमगढ़, अंबेडकर नगर, गोरखपुर आदि जनपदों में भी लूट आदि की घटनाओं को अंजाम दिया था। जिसका शनिवार को खुलासा हुआ है।
बाइक की खींची थी फोटो
इनकी गैंग घटना से पहले रेकी करती थी। खासकर ये लोग ग्राहक सेवा केंद्र संचालकों व पैसे निकाल जाने वाले लोगों को निशाना बनाते थे। घटना के दिन सुबह ही इन लोगों ने ग्राहक सेवा केंद्र संचालक की खड़ी बाइक की फोटो ली थी। फिर गगहा गए वंहा कोई शिकार नही मिला तो कौड़ीराम आकर लिट्टी खाया। तभी पीडि़त वंहा से गुजरा जिसके बाद ये लोग पीछे लगे और घटना को अंजाम दिया। करन ने कहा था कि जिले में घटना मत करो हम पकड़े जाएंगे लेकिन भानु के कहने पर लूट की वारदात को अंजाम दिया। करन पर 8, भानु पर 15, केशर पर 6 और अंकित पर 6 मुकदमे दर्ज है।