गोरखपुर (ब्यूरो)। गोरखपुर रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट की टेंडर प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है। लेकिन जैसे ही टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। उसके बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। री-डेवलपमेंट के तहत निर्माण कार्य सितंबर लास्ट या फिर अक्टूबर के फस्र्ट ïवीक में शुरू होगा।
498 करोड़ का बजट अलॉट
गोरखपुर स्टेशन के री-डेवलपमेंट के लिए 498 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है। इसके निर्माण कार्य 2025 में पूरा होना है।
पहले फेज में नहीं होगा ट्रेनों का आवागमन प्रभावित
गोरखपुर रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट के टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद ट्रेनों के आवागमन पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। रेलवे अधिकारियों की मानें तो गोरखपुर री-डेवलपमेंट के निर्माण के लिए स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग के आगे न्यू बिल्डिंग बनाई जाएगी। सारे 1-9 नंबर तक के सभी प्लेटफार्म पर ट्रेनों का आवागमन होता रहेगा। शुरुआती दिनों में यात्रियों को दिक्कत नहीं होगी, लेकिन सेकेंड फेज में जब पुराने बिल्डिंग में तोडफ़ोड़ शुरू होगी। उसके बाद कुछ ट्रेनों का प्लेटफार्म डायवर्ट किया जाएगा। वहीं, जिन 12 स्टेशनों का री-डेवलपमेंट होना है, वहां किसी भी ट्रेन का आवागमन प्रभावित नहीं होगा।
12 स्टेशनों पर मिलने वाली फैसिलिटी
- एयरपोर्ट की तर्ज पर होगा स्टेशन
- मॉडर्न टेक्नोलॉजी से लैस स्टेशन
- एंट्री व एग्जिट गेट
- सर्कुलेटिंग एरिया का डेवलपमेंट
- वेटिंग हॉल, एसी व नॉन एसी
- लेडीज एंड जेंस टॉयलेट
- दिव्यांग के लिए अलग से टॉयलेट
- 12 मीटर का एफओबी
- हरित उर्जा व पर्यावरण संरक्षण
- जल संरक्षण
- रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
- स्टेशन पर यूनिफॉर्म साइनेज बोर्ड
- एस्केलटर
- लिफ्ट
- स्टैैंड
- गार्डेन
गोरखपुर स्टेशन के री-डेवलपमेंट के लिए टेंडर होना बाकी है। जिन 12 रेलवे स्टेशनों का री-डेवलपमेंट होना है। उनका टेंडर हो गया है। री-डेवलपमेंट के दौरान ट्रेनों के संचालन में कोई बाधा नहीं आएगी।
पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे