- स्थानीय पुलिस के साथ फोरेंसिक टीम ने चार घंटे तक की जांच
- सहजनवां क्षेत्र के कुआवल में युवक की हत्या का मामला
SAHJANWA: सहजनवां थाना क्षेत्र के कुआवल में बुधवार को पहुंची फोरेंसिक टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर करीब चार घंटे तक जांच की। इस दौरान टीम ने कई नमूने एकत्र किए। बंद कमरे के पास से एक माचिस मिली। हालांकि मिट्टी के तेल की महक नहीं आ रही थी। घंटों जांच के बाद टीम के अधिकारियों ने कहा कि मामला संदिग्ध लग रहा है। जल्द ही किसी नतीजे पर पहुंचा जाएगा।
कुछ अहम सुराग नहीं
फोरेंसिक टीम बुधवार को दोपहर 2 बजे के करीब घटनास्थल पर पहुंची। इस दौरान स्थानीय पुलिस भी साथ थी। टीम ने 3 से 4 घंटे तक जांच-पड़ताल की लेकिन कुछ खास सुराग हाथ नहीं लगा। घर के एक बंद कमरे के पास एक माचिस का डिब्बा मिला। हालांकि उसमें कहीं से भी मिट्टी के तेल की महक नहीं आ रही थी।
लिए कई नमूने
टीम ने घटना स्थल से कई नमूने लिए। वहां की मिट्टी के साथ जली रजाई का भी नमूना लिया। टीम ने स्थानीय लोगों से बात की और उनसे कई जानकारी हासिल की। टीम किसी नतीजे तक पहुंची नहीं दिखी। टीम का कहना है कि मामला संदिग्ध लग रहा है। जल्द ही वह किसी नतीजे पर पहुंच जाएगी। टीम में वैज्ञानिक अधिकारी अवधेश कुमार तिवारी, सहायक वैज्ञानिक लोकनाथ पांडेय, हेडकांस्टेवल राधेश्याम आदि अधिकारी शामिल रहे।
निर्ममता से की गई हत्या
कुआवल में नागेन्द्र की हत्या काफी निर्ममता से कर दी गई थी। मंगलवार की रात में संतकबीरनगर निवासी नागेन्द्र अपनी बहन के ससुराल कुआवल आया था। नागेन्द्र के बहन के गांव पहुंचने की जानकारी उसकी बहन को भी नहीं थी। सुबह जब भाई की हत्या की जानकारी हुई तब बहन को पता चला कि भाई गांव में आया था। नागेन्द्र की बेरहमी से पिटाई की गई थी। उसके बाद उसे रजाई में लपेटकर फूंक दिया गया था। अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। इस संबंध में नागेन्द्र के बहन ने पुरानी रंजिश को हत्या का कारण बताते हुए केस दर्ज कराया है। हालांकि हत्या के पीछे आशनाई की भी चर्चा है।
मामला संदिग्ध है। जांच की जा रही है। अभी समय लगेगा। जांच पूरी होने के बाद ही कुछ स्पष्ट हो पाएगा।
अवधेश तिवारी, वैज्ञानिक अधिकारी