गोरखपुर (ब्यूरो)।ऐसा करते देख अन्य बंदियों ने शोर मचाया, जिसके बाद सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसकी हालत खतरे से बाहर बताई। बताया जा रहा है कि बंदी अपनी जमानत ना होने से घरवालों से नाराज था, इसलिए उसने ऐसा कदम उठाया। साढ़े चार माह पहले भी एक बंदी ने अपनी जान लेने की कोशिश की थी।
गैर इरादतन हत्या का आरोपित है बंटी
तिवारीपुर इलाके के सूर्य विहार डोमखाना का रहने वाला बंटी 14 महीने पहले धारा 304 गैर इरादतन हत्या के मामले में जेल गया था। बंटी की बहन सुनीता ने बताया, परिवार के लोग जब भी उससे मिलने जेल जाते थे तो वह हमेशा जल्द से जल्द जमानत कराकर उसे बाहर निकालने की बात करता था। सुनीता ने बताया, उसके वकील ने भी आश्वासन दिया था कि बंटी की जल्द ही एक-दो महीने में जमानत हो जाएगी। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ और धीरे-धीरे उसे जेल गए 14 महीने हो गए।
डिप्रेशन में आकर उठाया कदम
इसी बात को लेकर वह डिप्रेशन में चल रहा था। बुधवार को बंटी कोर्ट में पेशी पर आया था। उसे सेशन लॉकअप में अन्य बंदियों के साथ रखा गया था। बहन सुनीता सहित परिवार के अन्य लोग भी उससे मिलने पहुंचे थे। लेकिन सेशन लॉकअप दो फ्लोर में है और बंटी लॉकअप के ऊपरी हिस्से में था। इस बीच उसने इशारों से ही अपनी बहन से जमानत के बारे में पूछा। जब, उसे पता चला कि अभी उसकी जमानत नहीं हुई है तब वह अंदर गया और फिर किसी धारदार चीज से अपनी गर्दन और हाथ काट ली।
फरवरी 2023 में भी एक बंदी ने किया सुसाइड का प्रयास
कोतवाली थाना क्षेत्र के ह_ी माता मंदिर हरिजन बस्ती के रहने वाले बंदी विधाता अपने भाई की हत्या में जेल गया था। उसके ऊपर गैर इरादतन हत्या, बलवा और गैंगेस्टर का मुकदमा कोतवाली थाने में दर्ज है। वह करीब ढाई साल से गोरखपुर जिला जेल में बंद था। जेल से कैदी वाहन से आया कचहरी लॉकअप में रखा गया था। ऐसे में जेल से ही चाकू लेकर आने की आशंका है।
कहां से मिला धारदार हथियार, इसकी भी जांच
बंटी की खुदकुशी के प्रयास में इस्तेमाल धारदार हथियार कहां से आया? इसकी जांच शुरू हो गई है। विधाता ने जब खुदकुशी का प्रयास किया था तब पता चला था कि वह जेल से चम्मच लेकर आया था उसने चम्मच घिस कर उसे धारदार बना दिया और गला रेता था। हालांकि, बंटी को लेकर बताया जा रहा है कि उसने ब्लेड का इस्तेमाल किया है। एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि बंदी की हालत खतरे से बाहर है। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। उसने किस चीज से गर्दन काटकर सुसाइड की कोशिश की, इसकी जांच कराई जा रही है।