- शासन ने भेजी टेमीफ्लू की 300 गोलियां

- मिला सस्पेक्टेड पेशेंट, प्राइवेट पैथॉलोजी में स्वाइन फलू की पुष्टि

- लक्षण दिखें तो लगाएं मास्क, भीड़ से बचें

GORAKHPUR : गोरखपुर में स्वाइन फ्लू को लेकर दवाइयों की कमी को देखते हुए यूपी गवर्नमेंट ने टेमीफ्लू की तीन सौ गोलियां भेजी हैं। ये गोलियां सेंट्रल ड्रग स्टोर में रखी है। गौरतलब है कि स्वाइन फ्लू के खतरे को देखते हुए शासन ने सभी जिला चिकित्सालयों और मेडिकल कॉलेजेस को एलर्ट किया था। पहले भी सभी जगहों पर दवाइयां, मास्क और किट भेजी गई थी। विभागों को सख्त निर्देश दिए गए थे कि अस्पतालों में स्वाइन फ्लू को लेकर तैयारियां मुकम्मल कर लें। मौसम के मिजाज को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने दो दिन पहले टेमीफ्लू की डिमांड शासन को भेजी थी। ट्यूज्डे मार्निग सेंट्रल ड्रग स्टोर में टेमीफ्लू की 7भ् एमजी। की दौ सौ गोलियां, फ्0 एमजी की क्00 गोलियां आ गई हैं। इस बीच एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज करा रहे एक पेशेंट में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। फैमिली मेंबर्स ने उसे बीआरडी मेडिकल कॉलेज के स्वाइन फ्लू आइसोलेशन वार्ड में एडमिट कराया है। अब मेडिकल कॉलेज में फिर जांच की जाएगी।

बीमारी के लक्षण

तेज बुखार, सर्दी-खांसी, नाक बहना, शरीर में दर्द, गले में खराश, मिचली, थकान आदि

बचाव

संक्रमित व्यक्ति अलग कमरे में रहे।

लक्षण दिखाई दें तो थ्री लेयर मास्क या एन-9भ् मास्क लगाए।

खांसते, छींकते समय टिश्यू पेपर यूज करें।

भीड़भाड़ वाले एरियाज में जाने से बचें।

स्वाइन फ्लू की गोलियां पर्याप्त मात्रा में आ गई हैं। जरूरत पडने पर मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल को मुहैया करा दी जाएंगी।

डॉ। पीके मिश्रा, सीएमओ

अचानक बरसात और मौसम में उतार चढाव के नाते लोगों को स्वाइन फ्लू से सतर्क रहने की जरूरत है। स्वाइन फ्लू श्वसन तंत्र का वायरल संक्रमण है। अत्यधिक संक्रामक होने के कारण यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। संक्रमिक व्यक्ति के खांसने व छींकने से यह वायरस वातावरण में आ जाता है तथा अन्य मनुष्यों में श्वास के साथ फेफडों में प्रवेश कर जाता है।

डा। बीएन अग्रवाल, हृदय रोग विशेषज्ञ

स्वाइन फ्लू के एक पेशेंट को भर्ती किया गया है। वेंस्डे को नमूने की जांच कराई जाएगी। पेशेंट्स को दवाइयां दे दी गई है।

डॉ। रामयश यादव, नेहरू चिकित्सालय, मेडिकल कॉलेज