गोरखपुर (ब्यूरो)। इस नंबर पर मानसिक रोगी संपर्क कर अपनी समस्या का निदान करवा सकते हैं। इतना ही नहीं चिन्हित किए गए मानसिक रोगी को नियमित इलाज कराने और विशेषज्ञों की ओर से परामर्श भी देने की व्यवस्था की गई है।
सर्वे में सामने सर्वाधिक मानसिक रोगी
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के मानसिक रोग विभाग ने सर्वे किया। मानसिक रोग को छोड़ दूसरे विभाग में भर्ती मरीजों पर किए गए सर्वे में 2021 में जनवरी से लेकर अगस्त तक भर्ती रहे मरीजों का डाटा कलेक्ट किया गया। मानसिक रोग विभाग में ऐसे 281 मरीज रेफरल आए। यह मेडिकल कॉलेज के छह विभागों से रेफरल आए थे। जिनमें मेडिसिन से 198, गायनी से 10, आर्थोपिडिक से 26, पीडियाट्रिक से 25, सर्जरी से 15 और टीबी चेस्ट से चार मरीजों को रेफर किया गया।
97 में सुसाइडल टेंडेंसी
सर्वे में यह बात सामने आई कि रेफर किए गए मरीजों में 97 मरीज ऐसे थे, जिनमें सुसाइडल टेंडेंसी पाई गई। खास यह है कि इनमें से बड़ी संख्या में मरीजों ने कोशिश की थी। इनमें 47 महिलाएं व 50 पुरुष शामिल हैं। बीआरडी मेडिकल कॉलेज मानसिक रोग विभाग के एचओडी तपस आइच ने बताया कि सुसाइड का विचार या उसकी कोशिश करने वाले ज्यादातर लोगों की उम्र 11 से 30 वर्ष के बीच की है। करीब 65 लोग इस उम्र की कैटेगरी में रहे।
मानसिक रोग इन नंबरों पर करें संपर्क
- हेल्पलाइन नंबर 9336929266 और
- मानसिक स्वास्थ्य टेली मानस टोल फ्री नंबर 14416 (24म7)
हेल्थ डिपार्टमेंट ने की मेगा कैंप की शुरुआत
हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से रविवार को मेगा मानसिक हेल्थ कैंप का आयोजन किया गया। यह आयोजन सीएचसी सेंटर पर किए गए। इस दौरान जन समूह व विभागीय कर्मचारियों को विभिन्न प्रकार के मानसिक रोग बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। हेल्थ विभाग की टीम अनिद्रा, अवसाद, बेहोशी के दौरे आना, चक्कर आना, बुद्धि का कम विकास होना, भेद भाव, पूर्व जन्मों का अभिशाप, सिर मे दर्द, माइग्रेन, चिंता, घबराहट, झाड.फूक, उपरी शक्ति का प्रभाव, तनाव प्रबंधन, सुसाइड प्रिवेंशन से ग्रसित व्यक्तियों को जागरूक कर रही है। साथ ही बिना किसी झिझक के इलाज कराने और समाज में व्याप्त भ्रांति को समाप्त करने के लिए प्रेरित कर रही है।