- कर्मचारियों को है वित्तमंत्री से टैक्स स्लैब बढ़ाने की अपेक्षा

- टैक्स चोरी रोक वित्तमंत्री प्राप्त करें राजस्व

- नए टैक्स लगाने से बढ़ेगी महंगाई

GORAKHPUR: 29 फरवरी को पेश होने वाले आम बजट पर पूरे देश की निगाह टिकी हुई हैं। आम आदमी जहां अपनी जेब पर से बोझ को कम होने के सपने संजोए बैठा है, वहीं सरकारी कर्मचारियों को भी इस बार के बजट से काफी उम्मीदें हैं। मनी वैल्यू डाउन होने के कारण अब वह टैक्स स्लैब में भी छूट चाहते हैं। कर्मचारियों का कहना है महंगाई बढ़ने का असर सबसे ज्यादा मध्यम और निम्न वर्ग के लोगों पर पड़ता है। इस लिए वित्तमंत्री को इसका ध्यान रखना चाहिए की महंगाई न बढ़े और आम आदमी को राहत मिल सके।

सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार टैक्स स्लैब को बढ़ाया जाना चाहिए। इस बजट में कर्मचारी हितों को देखते हुए नई पेंशन नीति को समाप्त किया जाना चाहिए।

एसपी सिंह, पूर्वोत्तर रेलवे

टैक्स स्लैब को बढ़ा कर ढाई लाख से पांच लाख रुपए करना चाहिए। टैक्स चोरी को रोकने के उपायों को ठीक ढंग से लागू कर और टैक्स वूसलने के तरीके में सुधार कर राजस्व को बढ़ाना चाहिए। वैसे राष्ट्रहित में वित्तमित्र के सभी निर्णयों का स्वागत है।

सुनीता कांजीलाल, उदघोषिका आकाशवाणी गोरखपुर

सरकार को मध्यम वर्ग से करों को कम करना चाहिए। सरकारी कर्मचारी भी मध्यम वर्ग में आता है। आम आदमी पहले से ही महंगाई की मार झेल रहा है। महंगाई न बढे़ इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए। नया टैक्स और टैक्स में बढ़ोत्तरी महंगाई बढ़ाएगी।

सीपी शुक्ल, सरकारी कर्मचारी

पहले टैक्स के स्लैब में महिलाओं को पांच हजार रुपए की छूट मिलती थी। अगर इसमें मिनीमम आय सीमा ढाई लाख रुपए होती थी, तो महिलाओं का दो लाख पांच हजार रुपए होता था। महिलाओं को और छूट मिलनी चाहिए।

रागिनी श्रीवास्तव

मनी वैल्यू डाउन हुई है उसके हिसाब से वित्तमंत्री को टैक्स स्लैब को ठीक करना चाहिए। अभी भी महिलाओं की सुरक्षा पर और बजट देने की जरूरत है। कार्यालयों में महिला कर्मचारियों की सुविधाएं बढ़ाने के लिए बजट देना चाहिए।

सुलक्ष्ना त्रिपाठी

छठवें वेतन आयोग की विसंगतियों को ठीक किया जाना चाहिए। छठवें वेतन आयोग में बैंक कर्मचारियों का बिल्कुल ध्यान नहीं दिया गया। जिससे उनकी सैलरी दूसरे सरकारी कर्मचारियों से काफी कम है।

राम कुमार पांडेय