- जंगलों में एक्टिव हुए वन माफिया
- वन विभाग के गश्त की निकली हवा
GORAKHPUR: जिले के जंगलों में पेड़ों की अवैध कटान बढ़ती जा रही है। रात में पेड़ काटने वाले लकड़ी तस्कर अब दिन दहाड़े पेड़ों पर कुल्हाड़ी चला रहे हैं। जंगलों में तस्करों की बढ़ती धमक से प्रतिबंधित पेड़ संकट में पड़ गए हैं। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अवैध कटान रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। कई लकड़ी तस्करों पर कार्रवाई की जा चुकी है।
मुनाफे की भेंट चढ़ रहे पेड़
जिले के जंगलों में साखू और सागौन के पेड़ों की अवैध कटान खूब होती है। जंगल में एक्टिव तस्कर रोजाना पेड़ों को काट कर ठिकाने लगा देते हैं। लकड़ी कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि बिना सहमति के कटान संभव नहीं है। कई बार इसमें वन कर्मचारियों की सहमति होती है। जंगल के कटे पेड़ों की कीमत मार्केट में ज्यादा मिलने के लालच में तस्करी बढ़ती जा रही है।
दिन में चला रहे थे कुल्हाड़ी
जिले के तिनकोनिया रेंज स्थित जंगल कुसम्ही, बांकी रेंज के जंगल टिकरिया उर्फ भेलमपुर, कैंपियरगंज के भौराबारी, कल्याणपुर सहित कई जंगल तस्करों के निशाने पर हैं। इन जंगलों में ज्यादातर रात में पेड़ काटे जाते हैं। लेकिन वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से दिन में पेड़ कटने लगे हैं। शनिवार को कुसम्ही जंगल में दिन दहाड़े चार-पांच युवक पेड़ काटते देखे गए। लोगों ने चोरी छिपे उनका वीडियो बना लिया। जानकारी होने पर अफसरों ने जांच करने का आश्वासन देकर मामला टरका दिया।
जंगल में पेड़ों की अवैध कटान रोकने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। दिन में पेड़ काटने के मामले की जांच की जाएगी।
डॉ। जनार्दन, डीएफओ