गोरखपुर (ब्यूरो)। जानकारी के मुताबिक मुर्तजा के पकड़े जाने के बाद से ही एटीएस, एसटीएफ और पुलिस मामले की जांच कर रही है। एटीएस और एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक जांच में पता चला है कि वह जिहादी वीडियो देखा करता था। मुर्तजा के पास से नेपाली करेंसी के साथ डॉलर भी मिला है। यह भी सामने आया है कि कई खातों में वह रुपए भेजा करता था। नौकरी के दौरान जो भी पैसे जुटाए, उसे जिहाद की नर्सरी तैयार करने में ही खर्च कर दिया है। नेपाल के बैंक खातों के जरिए करीब आठ लाख रुपए सीरिया के अलग-अलग बैंक खातों में भेजे गए हैं। नेपाल के अलावा विदेशों में उसके खाते संचालित होने की खबर पर जांच तेज कर दी गई है।
दुबई भी गया था मुर्तजा, पासपोर्ट मिला
जांच एजेंसी एटीएस को मुर्तजा का पासपोर्ट भी मिल गया है। पासपोर्ट की जांच में पता चला है कि वह कुछ महीने पहले दुबई धार्मिक यात्रा पर गया था, मगर असल में किससे मिलने और क्यों गया था, इसकी जांच अभी जारी है। पासपोर्ट का पता मुंबई वाले फ्लैट का ही है। नियमानुसार, पासपोर्ट निरस्त हो जाना चाहिए था, चूंकि वह कुछ साल से वहां पर नहीं रहता था।
मुर्तजा का अब तक का इतिहास
- आतंकी मुर्तजा अपना मुख्य प्रेरक अनवर अल अलाकी को मनाता था जो यमन-अमेरिकी इमाम है।
- इस्लामिक अवेकिंग फोरम पर मुर्तजा कट्टर इस्लाम की बातें सुनता था और उनसे सवाल पूछता था।
- 29 डालर का इंटरनेशनल सिम खरीदा था, जिससे उसने फेसबुक और टेलीग्राफ पर अपनी साइट बनाई और फिर उसी पर सक्रिय होकर देखने लगा।
- सीरिया, अरब क्रांति और आईएसआईएस से संबंधित वीडियो देखा करता था।
- पढ़ाई के दौरान ही इसने 2012 से 2015 के बीच नेपाली खातों के माध्यम से सीरिया पैसा भेजा था।
- 2020-21 में भी नेपाली खातों में करीब 8 लाख रुपए सीरिया भेजा है।
- मुर्तजा की उम्र 30 साल है, कक्षा 1 और 2 की पढ़ाई उसने लखनऊ के सेंट जान वास्को स्कूल से की है कक्षा 3 से 12 तक की पढ़ाई मुंबई में सेन्ट्र और डीएवी कॉलेज में की थी।
- 2010 में आईआईटी मुंबई में एडमिशन लिया था 2015 में वहां से पास हुआ था।
- पढ़ाई के दौरान जब ये सेकेंड ईयर (2011-12) में पहुंचा तो ये फोर्नोग्राफी देखने लगा।
- इसी दौरान ये सीरिया में रही वैश्विक घटनाओं को भी देखने लगा और 2011-12 में ही इसका झुकाव सीरिया की तरफ हो गया।
- 2015-16 में थाड़े में एक कंपनी के साथ काम किया।
-इसी बीच इसकी तबीयत खराब हुई तो इसने नौकरी छोड़ दी।
-2017 में इंटरनेट के माध्यम से ये कम्पूटर प्रोग्रामिग सीखने का काम शुरूकया। इसी बीच इसको ये थाट आने लगे कि वह जन्नत में है और अल्लाह उससे खफा है।
-2017 में मुर्तजा को लगा कि वो होमोसेक्सुअल है। जब ये बात घरवालों को पता चली तो उन्होंने इसका इलाज कराना शुरू किया। डॉक्टरों ने इसके बीमारी को हाइपोमेनिया करार दिया था।
-2013 में मुर्तजा का पासपोर्ट बना था और 2015 में अपने पिता के साथ सऊदी उमरा करने गया था।
-जून 2019 में इसकी शादी जौनपुर के मुल्ला टोला निवासी लड़की से हुई थी और जनवरी 2020 में इसका तलाक हो गया था।
- जनवरी 2020 से ही ये हाईटेक कम्प्यूटर कोडिंग सीखने का काम करने लगा। इसी दौरान एक बार फिर से ये सीरिया के लोगों के संपर्क में आया और उनसे प्रभावित होकर 8 लाख रुपए नेपाली खातों के माध्यम से उन्हें दे दिया।
-इसी दौरान मुर्तुजा को लगने लगा कि मुस्लिम समुदाय को पूरी दुनिया परेशान कर रही है।
- मुंबई आईआईटी जब वो पढ़ाई करता था उस दौरान अगर कोई आतंकी पकड़ा या मारा जाता था उसके मारे जाने पर मुर्तजा के सहपाठी खुशी जाहिर करते थे तो इसको बहुत गुस्सा आता था।
- मुंबई में उसका आवास ताज हाइट्स प्लांट नंबर 69 नवी मुंबई में है।
- मुर्तजा का जन्म 5-1-1992 को गोरखपुर में एक नर्सिंग होम में हुआ था।
एटीएस ने पहले ही सौंप दी थी मुर्तजा समेत 16 संदिग्धों की सूची
- दो अप्रैल को एटीएस जवानों को देखकर चौकन्ना हुआ मुर्तजा का परिवार
गोरखनाथ मंदिर के सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी समेत 16 संदिग्धों की सूची आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने 31 मार्च को ही उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दी थी। एटीएस ऐसे लोगों को चिह्नित कर रही थी जो साइबर स्पेस पर घोर कट्टरपंथी विचारधारा वाले हैं। एटीएस की जांच में पता चला है कि मुर्तजा मुस्लिम कट्टरपंथी था। वह डॉ। जाकिर नाइक सहित तमाम मुस्लिम कट्टरपंथियों से बेहद प्रभावित था। इस्लाम को लेकर पूरी तरह उसका ब्रेनवाश हो चुका था। उसके मन में एक समुदाय के प्रति सिर्फ नफरत भरी हुई थी। बीती दो अप्रैल को एटीएस अहमद मुर्तजा से पूछताछ के क्रम में उसके घर भी गई थी। आशंका व्यक्त की जा रही है कि एटीएस जवान स्थानीय यूनिट से होने के कारण उसके घर वाले उन्हें देखते ही पहचान गए थे और मुर्तजा घर छोड़कर चला गया था। दूसरे दिन उसने मंदिर के सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर दिया।
मेडिकल टेस्ट में नॉर्मल नजर आया मुर्तजा
अहमद मुर्तजा अब्बासी का मंगलवार रात जिला अस्पताल में चिकित्सकीय परीक्षण हुआ। वह पूरी तरह सामान्य था। डॉक्टर ने नाम पूछा तो उसने बताया कि मेरा नाम अहमद मुर्तजा अब्बासी है.Ó चोट के सवाल पर उसने अंगुली में कटे वाले स्थान और हाथ की टूटी हड्डी की तरफ इशारा किया। पूरी जांच के दौरान मुर्तजा ने ऐसी कोई भी हरकत नहीं की जो उसके विक्षिप्त होने की तरफ इशारा करती हो।
ड्यूटी पर तैनात डॉ। आदित्य आनन्द ने उसका परीक्षण किया। शरीर पर घावों को बारीकी से देखने के बाद डॉक्टर ने रिपोर्ट तैयार की। इसके बाद सुरक्षाकर्मी मुर्तजा को लेकर चले गए।
कोट
मंगलवार रात अहमद मुर्तजा अब्बासी का चिकित्सकीय परीक्षण कराने के लिए पुलिस लेकर पहुंची थी। इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर ने परीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की। इसके बाद पुलिस उसे लेकर चली गई।
डॉ। जेएसपी सिंह, प्रमुख अधीक्षक, जिला अस्पताल