गोरखपुर (ब्यूरो)। फीडबैक के आधार पर स्वच्छ सर्वेक्षण में अच्छी रैंकिंग हासिल होगी। हालांकि नगर निगम के लिए सकारात्मक फीडबैक चुनौती बन सकता है, क्योंकि कई जगह से कचरा न उठने की शिकायतें हैं। सिटीजन फीडबैक 600 अंको का है। यदि गोरखपुराइट्स ने चारों के जवाब पॉजिटिव दिए तो अंक बढ़ेंगे। यदि निगेटिव दिए तो शहर के अंक कटेंगे। गोरखपुराइट्स क्यूआर कोड को स्कैन करेंगे तो उनके सामने एक पेज खुलकर सामने आएगा। इसमें डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, गीला और सूखा कचरा अलग-अलग देने, गूगल मैप पर नजदीकी सार्वजनिक शौचालय को खोजने और पास पड़ोस के क्षेत्र को हमेशा साफ सुथरा रखने संबंधी सवाल पूछे जाएंगे। नगर निगम के अनुसार लोगों ने फीड बैक देना शुरू भी कर दिया है, लोग नगर निगम की कार्यप्रणाली से संतुष्ट हैं और सकारात्मक जवाब भी दे रहे हैं।

पिछली बार देश में मिला था 74वां स्थान

स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में गोरखपुर राष्ट्रीय रैंकिंग में 37 पायदान चढ़ा था। गोरखपुर नगर निगम को पूरे देश में 74वां स्थान मिला था। इसके अलावा प्रदेश की रैकिंग में भी दो स्थान के उछाल के साथ नौवें से सातवें स्थान पर पहुंचा था।

9500 अंकों का सर्वेक्षण

इस बार 9500 अंकों के आधार पर सर्वेक्षण होगा। जबकि पिछले साल 7500 अंकों का था। ऐसे में पिछले वर्ष की तुलना में दो हजार अंक बढ़ा दिए गए हैं। सर्वेक्षण चार चरणों में होगा। इस बार सिटीजन फीडबैक सबसे पहले लिए जाएंगे। जबकि पहले अंतिम चरण में सिटीजन फीडबैक लिया जाता था।

अंकों का इस तरह होगा बंटवारा

4525 अंक सर्विस परफॉर्मेंस के लिए

2500 अंक सर्टिफिकेशन के लिए

2475 अंक सिटीजन वाइस के लिए

अच्छी रैंकिंग के लिए मेयर और नगर आयुक्त ने की चर्चा

स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में अच्छी रैकिंग के लिए बुधवार को मेयर डॉ। मंगलेश श्रीवास्तव और नगर आयुक्त गौरव सिंह सोंगरवाल ने चर्चा की। वेस्ट टू वंडर पार्क में कबाड़ से जुगाड़ के तहत पुराने टायरोंं निर्मित सामग्रियों पर बैठकर शहर को और स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए विचार विमर्श किया।

ग्रामीण सर्वेक्षण टीम के सामने गांवों में स्वच्छता की खुली पोल

स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 ग्रामीण की टीम ने मंगलवार को कौड़ीराम, पिपरौली, भरोहिया व कैंपियरगंज ब्लॉकों के गांवों का निरीक्षण किया था। टीम ने गांव में जल निकासी की व्यवस्था, शौचालय की स्थिति, उसके उपयोग, कूड़ा प्रबंधन आदि के बारे में जानकारी ली। निरीक्षण के आधार पर गांवों को मिले अंकों का निर्धारण भी होगा। टीम अपनी रिपोर्ट 10 जुलाई तक भेज देगी। बेहतर मिलने वाली ग्राम पंचायतों को दो अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों पुरस्कृत किया जाएगा। हालांकि कुछ ही गांव में व्यवस्था ठीक मिली।

फैक्ट फाइल

डोर टू डोर में छोटी बड़ी 225 गाडिय़ां लगीं

3500 कर्मचारी रोजाना सफाई में जुटे

नगर निगम एरिया में कुल 80 वार्ड

नगर निगम ने बेहतर काम किया है। इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण में अच्छी रैंक हासिल होगी। लोगों से अपील है कि वह गोरखपुर को नंबर रैंक हासिल करने में सहयोग दें। सिटीजन फीडबैक में सकारात्मक जवाब से वह गोरखपुर को गौरवान्वित करेंगे।

डॉ। मंगलेश श्रीवास्तव, मेयर

स्वच्छ सर्वेक्षण में इस बार अच्छी रैंकिंग हासिल होगी। नगर निगम ने हर क्षेत्र में अच्छा काम किया है। अब लोगों की बारी है कि वह अपने शहर को नंबर वन बनाने के लिए अच्छा फीडबैक दें।

गौरव सिंह सोंगरवाल, नगर आयुक्त

गोरखपुर को अच्छी रैंकिंग के लिए लगातार व्यवस्था सुदृढ़ की जा रही है। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन हो या फिर साफ सफाई सभी बिंदुओं में सुधार कर दिया गया है। हालांकि कुछ कमियां रह गईं है उसे जल्द दूर कर दिया जाएगा। गोरखपुराइट्स से अपील है कि वे अच्छा फीडबैक दें, ताकि नंबर वन रैंक हासिल की जा सके।

- डॉ। मणिभूषण तिवारी, नोडल अफसर, स्वच्छ भारत मिशन

इधर, संतुष्ट नहीं पब्लिक

घर के पास ही लोग कूड़ा फेंकते हैं, जिससे आने जाने में दिक्कत होती है। नगर निगम की गाडिय़ां उसे उठाने के लिए कभी कभार ही आती हैं। व्यवस्था में काफी सुधार की जरूरत है। हालांकि शहर को नंबर एक ही रैंक पर देखने के लिए फीडबैक अच्छा दे सकता हूं।

फैजुद्दीन, महाराणा प्रताप नगर

अभी डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन शत प्रतिशत नहीं हुआ है। इसकी वजह से कई जगह सड़कों पर कूड़ा फैला रहता है। गोरखपुर का होने के चलते फीडबैक अच्छा दूंगा, लेकिन नगर निगम को अभी काफी सुधार करना होगा।

पवन उपाध्याय, विवेकपुर, तारामंडल