- नगर निगम ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेसन से दिखाया अपने कार्य का तरीका
-सोमवार तक शहर का सर्वे करेगी यह टीम
GORAKHPUR: केंद्र सरकार की तीन सदस्यीय सर्वेक्षण टीम शनिवार दोपहर आखिरकार शहर की सफाई व्यवस्था की हाल जानने पहुंच गई। शहर पहुंचते ही टीम एक घंटे आराम करने के बाद नगर निगम गेस्ट हाउस पहुंची। गेस्ट हाउस पहुंची टीम सबसे पहले नगर निगम के अधिकारियों से मुलाकात की और उसके बाद नगर निगम द्वारा स्वच्छता अभियान को लेकर शहर में चलाए गए अभियान और कार्यक्रम का पावर प्वाइंट प्रेजेंटस देखा। उसके बाद वहां से निकली टीम नगर निगम के कागजों की देर रात तक जांच करती रही। इसमें टीम ने यह देखा कि नगर निगम शहर की सफाई को लेकर कागजी रूप से किस तरह से कार्य कर रहा है और कागजी रूप से कितना मजबूत है। मीटिंग में नगर आयुक्त बीएन सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी रबीस चंद, चीफ इंजीनियर सुरेश चंद, डॉ। सतीश कुमार सिंह, गौतम गुप्ता, पीएन गुप्ता, अजय श्रीवास्तव सहित सभी अधिकारी उपस्थित रहे।
कागजों में देखा नगर निगम का हकीकत
दोपहर के लगभग तीन बजे नगर निगम के गेस्ट हाउस पहुंची केंद्रीय टीम सदस्य एमसी लेखरा के नेतृत्व में सूरज कुमार व आशीष सिंह की टीम पहुंची और नगर निगम के कागजों की जांच की। नगर आयुक्त बीएन सिंह ने टीम को बताया कि नगर निगम में 468 परमानेंट, 268 संविदा और 1496 आउटसोर्सिंग के कर्मचारी तैनात हैं। 108 गाडि़यां प्रति दिन महानगर में निकलने वाला 601 मीट्रिक टन कूड़ा का निस्तारण किया जाता है। मौखिक जानकारी लेने के बाद टीम ने ठीक से समझाने के लिए कहा कि जिस पर नोडल अफसर गौतम गुप्ता ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेंस के माध्यम से शहर की सफाई से लेकर कूड़ा निस्तारण तक की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। साथ ही सफाई को लेकर अब तक चलाए गए नगर निगम के जागरुकता अभियान नुक्कड़ नाटक, खुले में शौच करने वालों के खिलाफ अभियान, पोस्टर व होर्डिंग अभियान तथा स्कूली रैलियों के बारे में जानकारी दी। वहीं माधोपुर और बहरामपुर में चार स्थानों पर टीम ने सफाई की हालत भी जानी।