- पिपराइच नगर पंचायत के वार्ड 12 में तीन माह से फटी पड़ी है जलकल की पाइप

- तहसील दिवस पर भी गुहार लगाने से सजग नहीं हुए अधिकारी

PIPRAICH: पिपराइच नगर पंचायत प्रशासन की लापरवाही के कारण शुद्ध पेयजल तो छोडि़ए, दिनचर्या के काम निपटाने के लिए भी सही पानी नागरिकों को नहीं मिल पा रहा। नगर पंचायत के वार्ड नंबर 12 में जलकल की पाइप फटी पड़ी है। एक तरफ सड़क पर पानी बह रहा है तो वहीं घरों में पानी नहीं चढ़ पा रहा है। जिन घरों में पानी मिल भी रहा है, उनमें फटे पाइप के कारण गंदा पानी मिल रहा है। लोग नगर पंचायत अधिकारियों से लेकर तहसील तक गुहार लगा चुके हैं लेकिन प्रॉब्लम अभी तक साल्व नहीं हुआ।

दर्जनों घरों में गंदा पानी

कस्बे के वार्ड नम्बर 12 के स्थायी निवासी रामटहल गुप्ता ने बताया कि जल निगम की पाइप रोड के गड्ढे में फट गई है। गड्ढे में बरसात के पानी का भी जलजमाव है। गंदा पानी फटे पाइप के सहारे लोगों के घरों तक जा रहा है। वहीं पाइप से पानी निकल जाने के कारण घरों में पानी का प्रेशर नहीं है। दो माह पहले ही उन्होंने खुद शिकायत पत्र दिया था लेकिन अभी तक पाइप को ठीक नहीं कराया गया।

एडीएम-एसडीएम का आदेश बेअसर

नगर पंचायत द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने पर रामटहल गुप्ता ने इसकी शिकायत 23 जून को तहसील दिवस में की। तब तहसील प्रभारी अधिकारी उप जिलाधिकारी पंकज वर्मा ने नगर पंचायत के प्रभारी अधिशासी अधिकारी को पाइप दुरुस्त कराने का आदेश दिया था लेकिन अधिशासी अधिकारी पर इसका भी कोई असर नहीं हुआ। आदेश के दो सप्ताह बाद कोई कार्रवाई नहीं होता देख रामटहल गुप्ता ने इसकी शिकायत एडीएम प्रशासन से की। एडीएम व उपजिलाधिकारी के आदेश के बाद नगर पंचायत के जिम्मेदार जगे लेकिन फटे पाइप को दुरुस्त कराने के लिए वहां गड्ढा खोदकर छोड़ दिया।

बीमारी की आशंका

मुहल्ले के लोगों ने फटे पाइप से पानी सप्लाई के कारण बीमारी की आशंका जताई है। लोग इंसेफेलाइटिस के खतरे से भी डरे हुए हैं। कई घरों में लोगों ने पानी का उपयोग करना बंद कर दिया है। खराब व्यवस्था को देखते हुए पहले भी लोग पीने के पानी के रूप में इसका उपयोग नहीं करते थे लेकिन अब तो दैनिक कार्य के लिए भी इसका उपयोग नहीं कर रहे। कुछ घरों में मजबूरी में लोग गंदे पानी का ही उपयोग करने को विवश हैं। मोहल्ले के डॉ। इसरार अहमद, शुभम, राजेश, सुरेश, विजय आदि बताते हैं कि नगर पंचायत प्रशासन से शिकायत कर दी गई है। इसके बाद भी अधिकारी नहीं सुन रहे तो वे लोग क्या कर सकते हैं।

मामला मेरे संज्ञान मे है। मैंने उसे जल्द ठीक कराने का आदेश दे दिया है। यदि कार्य में लापरवाही बरती जा रही है तो दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।

- बेचना देवी, अध्यक्ष, पिपराइच नगर पंचायत