- रेनॉल्डस राइट द फ्यूचर हैंडराइटिंग कॉम्प्टीशन का हुआ समापन
- पांच दिनों तक चले इस कॉम्प्टीशन के लॉस्ट डे तीन स्कूल्स के स्टूडेंट्स ने किया पार्टिसिपेट
GORAKHPUR: रेनॉल्ड्स राइट द फ्यूचर हैंडराइटिंग कॉम्प्टीशन के लॉस्ट डे स्टूडेंट्स के बीच हुनर दिखाने की होड़ मची रही। सिटी के तीन स्कूल्स में आर्गेनाइज कॉम्प्टीशन में सैकड़ों स्टूडेंट्स ने पार्टिसिपेट किया। 27 जुलाई से चल रही आई नेक्स्ट की यह एक्टिविटी फ्राइडे को सम्पन्न हो गई। एक्टिविटी को लेकर जहां स्टूडेंट्स में खूब उत्साह बना रहा। वहीं स्कूल प्रिंसिपल और टीचर्स ने भी इसकी जमकर तारीफ की। स्टूडेंट्स की आंखों में भी रेनॉल्ड्स रेसर जेल पेन पाने की खुशी बच्चों के चेहरों पर साफ झलक रही थी। सिटी में पिछले पांच दिनों तक चले इस कॉम्प्टीशन में स्टूडेंट्स के बीच खूब उत्साह देखने को मिला। एक्टिविटी में पार्टिसिपेट करने वाले स्कूलों के स्टूडेंट्स बेसब्री से अपने स्कूल की बारी का इंतजार करते रहे।
लास्ट डे तीन स्कूलों में आर्गनाइज हुई एक्टिविटी
फ्राइडे को रेनॉल्डस राइट द फ्यूचर हैंडराइटिंग कॉम्प्टीशन के लास्ट डे तीन स्कूल्स में एक्टिविटी ऑर्गेनाइज की गई। इसमें सिटी के स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज सूरजकुंड, आरपीएम एकेडमी सिविल लाइंस और सेंट्रल एकडेमी शाहपुर ब्रांच के बच्चों ने अपनी हैंडराइटिंग का जलवा बिखेरा। एक्टिविटी को लेकर बच्चे पहले से प्रिपेयर नजर आए। प्रिपेयर्ड कंटेट शीट मिलने के बाद स्टूडेंट ने लफ्जों को तराश-तराश कर लिखना शुरू कर दिया। क्लास फिफ्थ से लेकर आठवीं तक स्टूडेंट के बीच राइटिंग का जलवा दिखाने की होड़ मची रही।
मुझे टीचर्स ने कॉम्प्टीशन के बारे में बताया था। इसलिए डेली प्रैक्टिस कर रहा था। इससे लिखावट को सुधारने में काफी मदद मिली। मुझे लग रहा है कि मेरी राइटिंग सबसे अच्छी होगी।
स्वतंत्र राव, सेंट्रल एकेडमी, शाहपुर ब्रांच
मेरी राइटिंग अच्छी नहीं होती है, लेकिन रेनॉल्डस रेसर जेल से लिखने से राइटिंग सुंदर हो गई। कॉम्प्टीशन के लिए मैंने कोई तैयारी नहीं की थी। इसके बाद भी सबसे अच्छा लिखने का प्रयास किया।
श्रेया मिश्रा, सेंट्रल एकेडमी, शाहपुर ब्रांच
आई नेक्स्ट की तरफ से ऑर्गनाइज रेनॉल्डस राइट द फ्यूचर हैंडराइटिंग कॉम्प्टीशन सराहनीय है। इसका उत्साह बच्चों के भीतर साफ झलक रहा था। बड़े ही उत्साह के स्टूडेंट्स ने प्रोग्राम में प्रार्टिसिपेट किया। आई नेक्स्ट को इस तरह की एक्टिीविटी करानी चाहिए।
निवेदिता कौशिक, प्रिंसिपल, सेंट्रल एकेडमी, शाहपुर ब्रांच
मुझे लगा कि बड़ा कठिन एग्जाम होगा, लेकिन कंटेट शीट्स पर जो लिखना था। वह बिल्कुल ही कठिन नहीं था। बिना प्रैक्टिस किए भी लिखने लायक कंटेट देखकर मन प्रसन्न हो गया।
संचित श्रीवास्तव, आरपीएम एकेडमी, सिविल लाइंस
मैं सिंपल पेन यूज करती हूं। इससे राइटिंग अच्छी नहीं होती है। टीचर ने लिखने के लिए रेनॉल्ड्स रेसर जेल पेन दिया। इस पेन से लिखने की स्पीड के साथ-साथ राइटिंग भी निखर गई।
आस्था जयपुरियार, आरपीएम एकेडमी, सिविल लाइंस
इस तरह के कॉम्प्टीशन बच्चों में उत्साह भरते हैं। आज के दौर में ऐसे कॉम्प्टीशन की बहुत आवश्यकता है। रेनॉल्ड्स के जरिए आई नेक्स्ट ने अपनी हैंडराइटिंग को परखने का जो मौका स्टूडेंट्स को दिया है, उससे स्टूडेंट्स का आत्मविश्वास बढ़ेगा।
अराधना शाही, प्रिंसिपल, आरपीएम एकेडमी, सिविल लाइंस
इसके पहले ऐसे किसी कॉम्प्टीशन में शामिल नहीं हुई। पहली बार राइटिंग कॉम्प्टीशन में शामिल होने का मौका मिला। इससे मुझे पता चला कि मेरी राइटिंग किस तरह की है। मेरी राइटिंग अच्छी होने पर मुझे इनाम मिलेगा। इसकी खुशी है।
दीक्षा सिंह, स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज सूरजकुंड
मैं तो डर रहा था कि आखिर कैसे लिख पाउंगा। कंटेट शीट मिलने के बाद टीचर्स से तीन बार पूछना पड़ा। टीचर्स ने बताया कि सुंदर लिखकर दिखाना है। कंटेट को कॉपी करो। मैंने सुंदर लिखने का प्रयास किया है।
युवराज, स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज सूरजकुंड
आई नेक्स्ट की तरफ से आर्गनाइज की जाने वाली हर एक्टिविटी काफी अच्छी होती है। आईनेक्स्ट एक ऐसा न्यूज पेपर है जो स्टूडेंट्स के दिल में बसता है। स्टूडेंट्स को जब बताया गया कि फ्राइडे को कॉम्प्टीशन होगा तो स्टूडेंट्स झटपट तैयार हो गए।
अपनीत गुप्ता, प्रिंसिपल, स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज सूरजकुंड