- राजकीय जुबली इंटर कॉलेज में स्टूडेंट्स को स्कीम की शुरुआत के बाद से ही नहीं मिला मिड डे मील

- कॉलेज प्रिंसिपल कई बार कर चुके हैं डीआईओएस को शिकायत

GORAKHPUR: प्राथमिक, जूनियर और माध्यमिक स्कूलों में बच्चों को मिलने वाला मिड डे मील एक बार फिर चर्चा में है। सिटी के गवर्नमेंट स्कूल में ही स्टूडेंट्स को मिड डे मील नसीब नहीं हो रहा है। हालत यह है कि स्कीम लागू होने के बाद से ही गवर्नमेंट जुबिली इंटर कॉलेज में स्टूडेंट्स को दोपहर का भोजन नहीं मिला। काफी इंतजार के बाद भी जब बात नहीं बनी तो प्रिंसिपल ने डीआईओएस को लेटर लिख स्टूडेंट्स को मिड डे मील नहीं मिला है।

नसीब ही नहीं हुआ भोजन व दूध

बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ उन्हें दोपहर का भोजन मिले, इसके लिए गवर्नमेंट ने मिड डे मील स्कीम शुरू की। जिले के सभी प्राथमिक, जूनियर और माध्यमिक स्कूल के बच्चों को मिड मील दिया जाता है। नए आदेशानुसार तो सप्ताह में मिलने वाले भोजन के क्रम में बुधवार को दूध भी दिया जाना है। आदेश के बाद कई स्कूलों में इसकी शुरुआत भी हो गई। लेकिन राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में 2011 से ही स्टूडेंट्स को न तो भोजन नसीब हुआ और न ही दूध।

मायूस रहते हैं स्टूडेंट्स

स्कूल में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की माने तो कई ऐसे स्टूडेंट्स हैं जो गरीब परिवार से हैं। जिन्हें भोजन मिलना चाहिए, लेकिन स्कूल में भोजन न मिलने से वह काफी मायूस रहते हैं। हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स की माने तो मिड डे मील की सुविधा कॉलेज प्रशासन को करनी चाहिए, लेकिन वह अब तक नहीं की है। कई बार डिमांड कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनता ही नहीं है।

कॉलेज में मिड डे मिल की सुविधा बच्चों को मिल सके। इसके लिए डीआईओएस को लेटर लिखा गया है। पूरी संभावना है कि इस सत्र से बच्चों को इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।

जगदीश नारायण सिंह, प्रिंसिपल, राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज