- सहायक अध्यापकपद पर चयनित प्रशिक्षु शिक्षक का डीडीयूजीयू से गायब हुआ है रिकॉर्ड
- रिकार्ड गायब होने के पर परीक्षा नियंत्रक के तेवर तल्ख
GORAKHPUR: डीडीयूजीयू के रिकॉर्ड रूम से स्टूडेंट्स के रिकार्ड गायब होने का मामला तूल पकड़ने लगा है। जिम्मेदारों की लापरवाही से बीते दिनों सहायक अध्यापक पद पर चयनित प्रशिक्षु शिक्षक का रिकॉर्ड गायब हो गया। इसको लेकर परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार सिंह ने खासी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने इस मामले को परीक्षा समिति में रखकर जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी की है।
2001 का रिकार्ड है गायब
बीते दिनों सहायक अध्यापकपद पर चयनित प्रशिक्षु शिक्षक मंकेश्वर प्रसाद का चयन प्रशिक्षु शिक्षक 2011 में सहायक अध्यापक के पद पर हुआ है। जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय की तरफ से बीएड का सत्यापन भेजा गया है, लेकिन अभिलेख कक्ष में उनका सारणीयन पंजिका में 2001 का रिकॉर्ड नहीं मिला। इस मामले की शिकायत उन्होंने परीक्षा नियंत्रक डॉ। अमरेंद्र कुमार सिंह से की। शिकायती पत्र देकर अवगत कराया कि उन्होंने बुद्ध पीजी कॉलेज कुशीनगर से सत्र 2000-2001 में बीएड किया था। जिसका रोल नंबर 1200521 है। वहीं नामांकन संख्या 'थथ 9062' लेकिन इसका रिकार्ड न तो कॉलेज के पास है और ना ही यूनिवर्सिटी के पास।
ताकि फ्यूचर न खराब हो
मंकेश्वर की मानें तो अगर उनका रिकार्ड नहीं मिला तो फिर वह नौकरी से वंचित हो जाएगा। इस मामले को परीक्षा नियंत्रक डॉ। अमरेंद्र कुमार सिंह ने गंभीरता से लेते हुए इस मामले को परीक्षा समिति की बैठक में उठाने को कहा है। परीक्षा नियंत्रक डॉ। अमरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि स्टूडेंट के फ्यूचर का सवाल है। ऐसे में स्टूडेंट के पास मौजूद डाक्यूमेंट्स के आधार पर उसके रिकॉर्ड फिर से बनाए जाने चाहिए। ताकि इस तरह के मामले में स्टूडेंट्स को न्याय मिल सके।