- यूथ फेस्टिवल में सेलेक्शन न होने से नाराज स्टूडेंट्स ने सेलेक्शन प्रॉसेस पर ही उठाया सवाल
- तेजपुर असम की मेजबानी में होने वाले इंटर यूनिवर्सिटी यूथ फेस्टिवल से कई स्टूडेंट्स हुए वंचित
GORAKHPUR: यूथ फेस्टिवल के लिए गोरखपुर यूनिवर्सिटी की टीम फाइनल हो गई। तेजपुर, असम की मेजबानी में ऑर्गनाइज होने वाले ईस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी कॉम्प्टीशन के लिए डिक्लेयर की गई फाइनल लिस्ट कुछ स्टूडेंट्स के गले नहीं उतर रही है। इस सेलेक्शन से वंचित पार्टिसिपेंट्स ने सेलेक्शन प्रॉसेस पर ही सवाल उठाया है। इन पार्टिसिपेंट्स ने इस मामले में डीएसडब्लू से शिकायत भी की है।
यूनिवर्सिटी लेवल पर हुए थे सेलेक्ट
3-7 जनवरी 2016 में ऑर्गनाइज होने वाले यूथ फेस्टिवल के लिए डीडीयूजीयू के स्टूडेंट्स ने बड़े ही जोर-शोर से तैयारियां शुरू की। इस दौरान रिहर्सल परफॉर्मेस के बेसिस पर यूनिवर्सिटी लेवल पर उनका सेलेक्शन भी हो गया। इसके बाद भी स्टूडेंट्स को यूथ फेस्टिवल की लिस्ट से बाहर कर दिया गया है। फाइन आर्ट एंड म्यूजिक डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स ने बताया कि इंस्टालेशन के लिए गणेश, प्रिया, सत्या और दीपिका चार ग्रुप बनाया गया था। इन सभी ग्रुप्स में तीन से चार मेंबर्स थे।
कई साल से कर रहे पार्टिसिपेट
इन ग्रुप्स में सृष्टि, देवानंद, कनिष्का, मेनका शीला, मनु, शीला, नवाज, प्रतिभा, अंकिता, रेनू शामिल रहीं। वहीं क्ले ग्रुप में मनींद्र साहनी, हिमांशु, धीरेंद्र कुमार, विशाखा, यशोदा, ब्रिजेश, सुगम, शुभम और मनीष ने पार्टिसिपेट किया। उनका कहना है कि पिछले कई सालों से फाइन आर्ट एंड म्यूजिक डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स इंस्टॉलेशन में पार्टिसपेट करते रहे हैं। इस बार भी जजेज ने इसके लिए उनका सेलेक्शन कर लिया था, लेकिन बाद में ज्यादा संख्या होने की बात कहकर इवेंट को ही समाप्त कर दिया।
क्यों कराए गए रिहर्सल?
डीएसडब्लू डॉ। सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कुल 17 इवेंट आयोजित होने है। जिन स्टूडेंट्स का यूथ फेस्टिवल में सेलेक्शन नहीं हुआ है। उन स्टूडेंट्स की परफॉर्मेस सेलेक्शन के दौरान अप टू द मार्क नहीं थी, इसलिए उन्हें बाहर कर दिया गया। इंस्टॉलेशन ही नहीं बल्कि कथक, क्विज और डांस जैसे इवेंट में भी यूनिवर्सिटी की टीम नहीं सेलेक्ट की गई है। कुल 40 पार्टिसिपेंट्स को ही यूथ फेस्टिवल में शामिल होना है। ऐसे में ज्यादा इवेंट होने की वजह से लोगों की तादाद बढ़ जाती और 40 की लिमिट क्रॉस हो जाती। वहीं इस मामले में स्टूडेंट्स का कहना है कि जब कॉम्प्टीशन में 40 की संख्या लिमिट थी तो फिर उनका सेलेक्शन कर रिहर्सल क्यों कराया गया? लिस्ट क्यों बनाई गई? फर्स्ट सेकेंड और थर्ड की लिस्ट क्यों जारी की गई?