- डीडीयू के प्रौढ़ शिक्षा विभाग में चल रहे फैशन डिजाइनिंग कोर्स में स्टूडेंट्स इंट्रेस्टेड नहीं

-कोई रूचि नहींदेख प्रौढ़ शिक्षा विभाग के टीचर्स ने की ओपेन फॉर ऑल स्टूडेंट्स के लिए कोर्स की डिमांड

GORAKHPUR:डीडीयू के प्रौढ़ शिक्षा विभाग में चलाए जा रहे फैशन डिजाइनिंग कोर्स से स्टूडेंट्स का मोह भंग हो रहा है। स्टूडेंट्स की खत्म होती रुचि को देखकर तो यही लगता है। यूजीसी के आदेशानुसार, इस डिपार्टमेंट में चलाए जा रहे फैशन डिजाइनिंग के सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और एडवांस डिप्लोमा कोर्सेज 'एड ऑन' कोर्स होने के चलते इस कोर्स के लिए स्टूडेंट्स के पास वक्त नहींहोता है। इसके चलते वे अपने फैशन डिजाइनिंग की पढ़ाई नहीं कर पाते। हालांकि इस कोर्स को 'एड ऑन' के बजाय सेपेरेट कोर्स करने के लिए डिपार्टमेंट के आला अफसरों ने वीसी से डिमांड की है।

ताकि डिपेंड न होना पड़े

लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से यूजीसी के निर्देश पर डीडीयू प्रशासन ने फैशन डिजाइनिंग इन सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और एडवांस डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग के कोर्स लांच किए थे। क्0 साल पहले लांच इन कोर्सेस में हर साल करीब ख्00 लड़कियां पार्ट लेती हैं, लेकिन 'एड ऑन' कोर्स होने के चलते लड़कियां पूरा ध्यान फैशन डिजाइनिंग के कोर्स पर नहीं दे पाती हैं। यही रीजन है कि फैशन शो, रैंप शो व अन्य प्रोग्राम नहीं हो पाते।

क्या है एड ऑन कोर्स?

प्रौढ़ शिक्षा डिपार्टमेंट में संचालित फैशन डिजाइनिंग कोर्स के को-ऑर्डिनेटर एके दीक्षित बताते हैं कि यूजीसी गाइडलाइन के अनुसार, सर्टिफिकेट कोर्स इन फैशन डिजाइनिंग (एक वर्ष), डिप्लोमा कोर्स इन फैशन डिजाइनिंग (एक वर्ष) और एडवांस डिप्लोमा कोर्स इन फैशन डिजाइनिंग (एक वर्ष) एड ऑन के तहत संचालित होते हैं। कोई भी ऐसी छात्रा जो बीए, बीएससी या बीकॉम की पढ़ाई कर रहा है वह साथ साथ इस कोर्स को भी कर सकती है। इसकी खास बात यह है कि इसमें कोई भी बाहरी छात्र एडमिशन नहींले सकता है। यही रीजन है कि किसी बाहरी छात्र को इस कोर्स का लाभ नहींमिल पाता है।

इसे होना चाहिए ओपन फॉर ऑल

आज की डेट में जिस तरह से ग‌र्ल्स को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तमाम कोर्स लांच किए जा रहे हैं। वहीं डीडीयू के प्रौढ़ शिक्षा विभाग में चल रहे ये कोर्स कुछ और ही कहानी कह कर रहे हैं। हाल ही में दीक्षांत समारोह के दौरान आए नैक डॉयरेक्टर प्रो। ए। एन राय ने भी इसकी पुष्टि की थी कोर्स ऐसा होना चाहिए, जिसका लाभ हर स्टूडेंट्स को मिले।

क्या कहना है डिपार्टमेंट के अधिकारियों का

प्रौढ़ शिक्षा विभाग के डॉ। एके चतुर्वेदी बताते हैं कि फैशन डिजाइनिंग में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और एडवांस डिप्लोमा कोर्सेज चलाए जाते हैं। इन कोर्स को ऑउटसाइडर नहीं कर सकते हैं। केवल वहीं स्टूडेंट्स इस कोर्स में शामिल हो सकते हैं जो बीए, बीएससी और बीकॉम कर रहा हो। इसलिए इस कोर्स का नाम एड ऑन पड़ा, लेकिन इस कोर्स को ओपेन फॉर ऑल करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। ताकि इस कोर्स का लाभ बाकी के स्टूडेंट्स को भी मिल सके।

ग्रेजुएशन के साथ इस फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने का रूल है, लेकिन कई बार यूजी की क्लासेज में व्यस्त होने के चलते कई बार फैशन डिजाइनिंग की पढ़ाई नहीं हो पाती है।

प्रियंका

फैशन डिजाइनिंग जैसे कोर्स को एड ऑन नहीं बल्कि सेपेरेट होना चाहिए। एक साथ दो-दो पढ़ाई पॉसिबल नहीं है। यूजी के साथ-साथ इस कोर्स को संभालना काफी टफ है।

संगीता

फैशन डिजाइनिंग कोर्स एड ऑन कोर्स है, लेकिन इस कोर्स को नये सेशन ख्0क्भ्-क्म् में सेपेरट कर दिया जाएगा। ताकि स्टूडेंट्स को इसका लाभ मिल सके।

प्रो। अशोक कुमार, वीसी, डीडीयूजीयू