गोरखपुर (ब्यूरो)।पुलिस ने इस मामले में बताया कि तहरीर मिल गई है जांच करके मुकदमा दर्ज किया जाएगा। यूनिवर्सिटी ने घटना में शामिल सभी स्टूडेंट्स को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। आरोप है कि उपद्रवी स्टूडेंट्स को कुछ बाहरी तत्व सुनियोजित षड्यंत्र के तहत अपराध करने के लिए उत्साहित कर रहे थे। उपद्रवी तत्वों की ओर से यूनिवर्सिटी अधिकारियों के सरकारी कार्यों में जानबूझकर बाधा पहुंचाई गई।
कार्यवाही न होने से उपद्रवियों का मनोबल बढ़ा
यूनिवर्सिटी की ओर से बताया गया कि इस घटना के पहले भी 13 जुलाई को भी उपद्रवी तत्वों ने घटना कारित किया था। जिसके संबंध में तहरीर दी गई लेकिन केस दर्ज नहीं हुआ। यूनिवर्सिटी का आरोप है कि कार्यवाही न होने से उपद्रवी तत्वों का मनोबल बढ़ गया। इस पूरी घटना में कुछ ठेकेदार भी मिले हुए है जिन्होंने इस पूरी घटना को वित्तपोषित किया। इन ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। घटना में कुछ टीचर्स को भी संलिप्त पाया गया जिनके खिलाफ भी कार्यवाही की जा रही है।