- डीडीयूजीयू में आचार संहिता की उड़ रही धज्जियां

- छात्र संघ चुनाव को लेकर तय नियम तोड़ रहे छात्र नेता

- मौन है चुनाव अधिकारी और चीफ प्रॉक्टर, नहीं कर रहे हैं कार्रवाई

GORAKHPUR: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव की बहाली के बाद से ही छात्र नेता आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहे हैं। छात्रसंघ चुनाव अधिकारी आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले छात्रनेताओं के खिलाफ कार्रवाई की बात तो कर रहे हैं लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। छात्रनेता चुनाव अधिकारी और चीफ प्रॉक्टर को खुलेआम चुनौतियां देते हुए कैंपस में प्रवेश कर रहे हैं। मंगलवार को तो एक बाहरी युवक 25-30 की संख्या में छात्रों के झुंड के साथ यूनिवर्सिटी में घुस गया लेकिन चीफ प्रॉक्टर कार्रवाई की बजाय टालमटोल करते हुए नजर आए। अभी चुनाव दूर है लेकिन यूनिवर्सिटी अभी से बेचारी बन गई है। युवक प्रॉक्टर के सामने से गुजर गए।

कोई रोक-टोक नहीं

छात्र संघ चुनाव को लेकर पांच संगठन कन्वेंसिंग में जुटे हैं। लेकिन इनके अलावा कैम्पस में अराजकतत्व भी प्रवेश कर रहे हैं। छात्रसंघ चुनाव अधिकारी प्रो। संजय बैजल के निर्देश के बाद भी खुलेआम आचार संहिता की धज्जियां उड़ रही हैं। मंगलवार को दोपहर करीब 12 बजे कुछ अराजक तत्व 25-30 की संख्या में युवकों को लेकर नारेबाजी करते हुए यूनिवर्सिटी में प्रवेश कर गए। यूनिवर्सिटी गेट पर खड़े दर्जनों होमगा‌र्ड्स के साथ खड़े चीफ प्रॉक्टर प्रो। सतीश चंद्र पांडेय ने उन्हें रोका तक नहीं। अलबत्ता युवक उनका पैर छूते हुए कैम्पस में घुसते चले गए और चीफ प्रॉक्टर मुस्कराते रहे।

क्लास भी कर रहे डिस्टर्ब

अराजकतत्व कैम्पस तक ही हुड़दंगई नहीं कर रहे, वे क्लास के भीतर जाकर पढ़ाई भी बाधित कर रहे हैं। आ‌र्ट्स, साइंस, कॉमर्स फैकेल्टी से लेकर एमबीए तक की क्लास में वे बेधड़क घुस जा रहे हैं और क्लास के बीच में भाषण शुरू कर देते हैं। छात्र भी इनका विरोध नहीं कर पा रहे वहीं यूनिवर्सिटी के अधिकारी इनके सामने लाचार नजर आ रहे हैं।

छात्र संघ चुनाव के लिए आचार संहिता

- निर्वाचन आयोग द्वारा आम चुनावों के लिए घोषित आदर्श मानकों का यथासंभव पालन चुनाव प्रचार एवं मतदान के समय यूनिवर्सिटी छात्र संघ निर्वाचन में कठोरता से कराया जाए।

2- चुनाव प्रचार एवं प्रसार से संबंधित सामग्री में किसी राजनीतिक दल की प्रतिबद्धता एवं संबद्धता व्यक्त नहीं की जा सकेगी।

3- चुनाव प्रसार के लिए यूनिवर्सिटी के शैक्षिक व आवासीय प्रांगण एवं यूनिवर्सिटी के बाहर किसी भवन, परिसर, सार्वजनिक स्थल व राजकीय भवनों की दीवालों इत्यादि पर लिखना, पेंट करना आदि पूर्णरूप से वर्जित एवं प्रतिबंधित होगा।

4- यूनिवर्सिटी अथवा किसी एजेंसी या व्यापारिक प्रतिष्ठान द्वारा लगाए गए होर्डिग को न तो रंगा जाएगा और न ही उस पर मत प्राप्त करने के लिए आग्रह किया जाएगा और ना ही प्रत्याशी का चित्र बनाया जाएगा। ना ही उसका अथवा उसके निवेदक इत्यादि का नाम ही लिखा जाएगा।

5- चुनाव प्रचार कक्षाओं के चलने के समय नहीं किया जाएगा। प्रत्याशी एवं उसके समर्थक कक्षा में घुस कर प्रचार नही करेंगे और न ही भवन में नारे लगाकर कक्षाओं की शांति ही भंग करेंगे। प्रत्याशी एवं उसके समर्थक कक्षाओं के बाद एवं मध्यावकाश के समय प्रचार कर सकेंगे।

6- प्रत्याशी एवं उसके समर्थकों द्वारा यूनिवर्सिटी कैंपस एवं उसके बाहर लाउडस्पीकर का प्रयोग प्रतिबंधित रहेगा।

7- चुनाव प्रचार के दौरान केवल एक जुलूस एक प्रत्याशी द्वार पूरे चुनाव के समय में एक ही बार निकाला जा सकेगा। इसकी अनुमति मुख्य नियंता या चुनाव अधिकारी से प्राप्त करनी होगी।

8- चुनाव प्रचार का जुलूस यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर नहीं निकाला जाएगा।

9- मुख्य नियंता की अनुमति से ही प्रत्याशी यूनिवर्सिटी कैंपस में कक्षाओं के बाद मीटिंग कर सकेंगे, लेकिन इसमें बाहरी व्यक्ति को नहीं बुलाया जा सकेगा।

वर्जन

कोई भी अराजक तत्व इस तरह से कैंपस के भीतर प्रवेश नहीं कर सकता है। चीफ प्रॉक्टर अगर मेन गेट पर खड़े थे तो उन्हें रोकना चाहिए था। मुझे जानकारी देनी चाहिए थी। जो भी चुनाव लड़ने वाले स्टूडेंट्स कैम्पस के भीतर प्रचार-प्रसार में जुटे हुए हैं। उनके नामांकन रद्द कर दिए जाएंगे। अराजकतत्वों पर कार्रवाई की जाएगी।

- प्रो। संजय बैजल, चुनाव अधिकारी, डीडीयूजीयू छात्रसंघ

बॉक्स

नगर आयुक्त को लिखा पत्र

चुनाव अधिकारी प्रो। संजय बैजल ने बताया कि सिटी के प्रमुख चौराहों पर लगाए गए बैनर पोस्टर को हटाने के लिए नगर निगम के नगर आयुक्त को पत्र लिखा गया है कि वे हटवा दें। साथ ही एसएसपी से मुलाकात कर फोर्स की मांग की गई है। वहीं रजिस्ट्रार अशोक कुमार अरविंद ने चुनाव अधिकारी प्रो। संजय बैजल को दो होम गार्ड की तैनाती करने का आदेश दिया है।