- स्कूल से घर लौट रहा था 13 वर्षीय छात्र, जीप में बैठे थे हरपुर एसओ
- पीडि़त परिवार ने एसओ के खिलाफ दी तहरीर, अज्ञात के खिलाफ दर्ज कर लिया केस
SAHJANWA: सहजनवां थाना क्षेत्र के कुलावल खुर्द के पास स्कूल से घर लौट रहे 13 वर्षीय छात्र को पुलिस जीप ने रौंद डाला। घटना शनिवार की शाम में हुई। रविवार को सुबह इलाज के दौरान छात्र ने दम तोड़ दिया। पीडि़त परिवार ने हरपुर एसओ और पुलिस जीप के खिलाफ तहरीर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया लेकिन अपने एसओ को बचा ले गई। थाने में सरकारी गाड़ी व अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। घटना के बाद से ही पूरा महकमा एसओ को बचाने में जुटा है।
8वीं का छात्र था 13 साल का राजन
सहजनवां थाना क्षेत्र के कुआवल खुर्द निवासी बाबूलाल विश्वकर्मा का पुत्र राजन विश्वकर्मा (13) पास के स्कूल में 8वीं का छात्र था। शनिवार की शाम 4 बजे वह स्कूल से घर लौट रहा था। अभी गांव के पास पहुंचा ही था कि भीटी-हरपुर मार्ग पर पुलिस जीप ने टक्कर मार दी। जीप हरपुर बुदहट थाने की थी जो थाने से भीटी की तरफ जा रही थी। जीप में बैठे हरपुर बुदहट थाने के एसओ ने गंभीर रूप से घायल छात्र को स्थानीय अस्पताल भिजवाया। वहां से डॉक्टर ने मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
मामले को दबाने की कोशिश
शनिवार को भरे चौराहे पर 4 बजे हुई घटना को पुलिस ने दबा दिया। मामले की किसी को खबर नहीं हुई। परिजन भी छात्र के इलाज में लग गए। सभी मेडिकल कॉलेज में छात्र के साथ ही थे। शनिवार को सुबह 9 बजे छात्र की मौत हो गई। इसके बाद से मेडिकल कॉलेज कैम्पस में परिजनों की चीख-पुकार मच गई। अपने लाडले को खोने के बाद परिजनों ने अपना आपा भी खो दिया और पुलिस का भय भूल गए। परिजनों ने सहजनवां थाने में हरपुर एसओ और पुलिस जीप के खिलाफ तहरीर दी।
माहौल गरमाया तो दर्ज किया केस
छात्र की मौत के बाद परिजनों के साथ ही क्षेत्र में पुलिस के खिलाफ लोगों में गुस्सा भर गया था। इधर, पुलिस जीप से मौत की चर्चा हर तरफ होने लगी। पुलिस को लगा कि अब यदि केस दर्ज न किया गया तो मामला बढ़ सकता है। पुलिस ने चतुराई से केस दर्ज कर इसकी सूचना परिजनों को दे दी ताकि मामला शांत हो जाए। छात्र के पिता ने हरपुर एसओ और जीप से छात्र के रौंदे जाने की तहरीर दी लेकिन पुलिस ने 'सरकारी वाहन' और अज्ञात पर केस दर्ज कर लिया। तहरीर के केस में बदलने के क्रम में एसओ का नाम गायब कर दिया गया।
एसओ ने बनाई नई कहानी
तहरीर में आरोपित एसओ हरपुर श्यामबिहारी का कहना है कि वे क्षेत्र में जा रहे थे। उसी बीच रास्ते में मैजिक गाड़ी ने छात्र को ठोकर मार दिया। सामने हुई घटना के बाद तुरंत ही छात्र को अपनी गाड़ी में लादकर सहजनवां सीएचसी पहुंचाया। वहां इलाज के बाद डॉक्टर ने रेफर कर दिया। यह टक्कर मेरे वाहन से नहीं बल्कि मैजिक से हुई लेकिन कुछ लोगों के दबाव में पीडि़त झूठा आरोप लगा रहे हैं।
अपने ही बयान से फंस रहे
हरपुर एसओ की मानें तो जिस वक्त हादसा हुआ, उसी समय उनकी जीप घटनास्थल पर पहुंची। एक मैजिक ने टक्कर मारी और उसका चालक भाग गया। वह मैजिक थाने में खड़ी है जो किसी मनोज कुमार की है। मनोज कुमार का पता पूछने पर एसओ का कहना है कि उन्हें बस इतनी ही जानकारी है। सवाल उठता है कि जब एसओ के सामने ही टक्कर किसी मैजिक ने मारी तो केस सरकारी वाहन पर क्यों दर्ज किया? ऐसे कई सवाल हैं जो एसओ के बयान को खारिज करते हैं। वहीं सहजनवां पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में हैं। वरीय अधिकारी भी एसओ का बचाव करते ही नजर आ रहे हैं।
इन सवालों का जवाब क्या?
- पुलिस के सामना हुआ हादसा तो क्यों नहीं पकड़ा गया टक्कर मारने वाला चालक?
- टक्कर शनिवार को हुई थी। 24 घंटे बाद भी पुलिस को मैजिक मालिक का सिर्फ नाम पता था।
- मैजिक पर कोई व्यक्ति नहीं पकड़ा गया तो मालिक का नाम गाड़ी से मिले कागजात से ही पता चला होगा। लेकिन कागजात पर तो पता भी होना चाहिए था?
- एसओ के सामने मैजिक ने टक्कर मारी तो सरकारी वाहन के खिलाफ केस क्यों?
- पुलिस के साथ टक्कर मैजिक चालक ने मारी, मैजिक मालिक का नाम भी पता है तो अज्ञात पर केस दर्ज क्यों किया?
- पुलिस के सामने हुए हादसे में पीडि़त का बयान लेकर केस उसी दिन दर्ज क्यों नहीं किया गया?
कोट
पीडि़त की तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है।
- आरके सिंह, एसओ, सहजनवां
तहरीर के आधार पर सहजनवां थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। विवेचना में जो तथ्य सामने आएंगे, उस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- बृजेश सिंह, एसपीआरए