- एक महीने से बंद है तरंग और चारफाटक ओवरब्रिज की स्ट्रीट लाइट्स

-कई बार कंप्लेन के बाद भी नहीं हुआ ठीक

-संडे नाइट अंधेरे के कारण भिड़े कार और ट्रक

GORAKHPUR: ओवरब्रिज तो बना दिए गए, लेकिन रात होते ही यहां अंधेरा कामय हो जाता है। अंधेरे में आने-जाने वालों को अक्सर एक्सीडेंट का डर लगा रहता है। कब इस अंधेरे में टक्कर हो जाए कोई नहींकह सकता। पब्लिक और पार्षद कंप्लेन करते हैं तो जिम्मेदार अपना पल्ला झाड़ देते हैं। नगर निगम कहता है कि पुल के रखरखाव की जिम्मेदारी सेतु निगम की है तो सेतु निर्माण बल्ब जलाने की जिम्मेदारी नगर निगम के मत्थे कर देता है।

कई बार हो चुके हैं एक्सीडेंट

तरंग और चारफाटक ओवरब्रिज पर कई बार एक्सीडेंट हो चुके हैं। डेली गाडि़यां आपस में टकरा जाती हैं। संडे को भी एक हादसा पेश आया। रात क्ख् बजे के लगभग एक ट्रक तरंग क्रासिंग ओवरब्रिज पर कार से टकरा गया। इसके पीछे कारण था स्ट्रीट लाइट्स प्वाइंट का न जलना।

पुल बना, लेकिन नहीं जले स्ट्रीट्स प्वाइंट

एक साल पहले सिटी में दो ओवरब्रिज तो बन गए। पुल के रखरखाव की जिम्मेदारी सेतु निगम विभाग ने अपने पास ही रखी है, लेकिन पुल बनने के बाद आज तक एक भी रुपए रखरखाव पर नहीं खर्च किये गए हैं। स्थिति यह है पुल पर रात होते ही अंधेरा फैल जाता है। अंधेरे में व्हीकल्स तो बच जाते है, लेकिन साइकलिस्ट या पैदल चलने वालों की जान जोखिम में होती है।

अपनी जिम्मेदारी से बच रहे दोनों

पुल अभी तक नगर निगम को हैंडओवर नहीं किया गया है। नगर आयुक्त राजेश कुमार त्यागी का कहना है कि कुछ दिन पहले सेतु निगम की ओर से हैंडओवर के लिए पत्र आया था। इस पर हमने निर्माण विभाग के जेई को भेजकर पुल का निरीक्षण कराया। हमने सेतु निगम को बता दिया है कि जब तक सभी प्वाइंट नहीं जलेंगे, तब तक हम पुल की जिम्मेदारी नहींलेंगे।

दीवाली के समयसेतु निगम विभाग ने जब स्ट्रीट लाइट्स ठीक नहींकराई तो नगर निगम को कहा गया। इसके बाद कुछ स्ट्रीट्स लाइट्स तो ठीक करा दी गई, लेकिन आज भी स्थिति सुधरी नहींहै।

रामजनम यादव,

पार्षद वार्ड नं भ्ख्, मोहद्दीपुर

रात में यह पुल बहुत ही खतरानक हो जाता है। नगर निगम को कंप्लेन करने पर कहा जाता है कि बल्ब जलाने की जिम्मेदारी सेतु निगम की है। सेतु निगम हमारी बात सुनता ही नहीं है।

रेखा देवी वर्मा,

पार्षद वार्ड नं ख्भ् जनप्रिय विहार कॉलोनी

पुल पर लाइट जलाने की जिम्मेदारी नगर निगम की है। नगर निगम के अफसर को फोन करके स्ट्रीट लाइट्स जलाने के लिए बोल दूंगा।

वीपी गर्ग, एक्सईएन सेतु निगम