- जून माह से चालू हो गया था सूरजकुंड ओवरब्रिज

- अभी तक नहीं हुआ है पुल पर स्ट्रीट लाइट का कोई इंतजाम

- देर शाम राहगीरों को आने-जाने में हो रही परेशानी

GORAKHPUR: लंबे समय बाद सूरजकुंड ओवरब्रिज चालू तो हो गया लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही ने इसे अभी भी लोगों के लिए मुसीबत बना रखा है। इस साल जून में आवागमन के लिए चालू हुए इस ब्रिज पर स्ट्रीट लाइट तक का इंतजाम नहीं हुआ है। स्थिति यह है कि शाम ढलते ही पूरा ओवरब्रिज अंधेरे में डूब जाता है। इस कारण यहां से गुजरने वाले राहगीरों को काफी परेशानी होती है। महिलाओं के लिए तो रात के वक्त यहां से जाना पूरी तरह असुरक्षित हो चुका है। वहीं, जिम्मेदार हैं कि जल्द ही स्ट्रीट लाइट लगवाने का आश्वासन देने में ही लगे हैं।

बन गया शराबियों का अड्डा

वार्ड नं 62 के पार्षद प्रतिनिधि श्रवण पटेल का कहना है कि यहां स्ट्रीट लाइट लगवाने के लिए कई बार कंप्लेन हो चुकी है। लेकिन हर बार सेतु निगम केवल आश्वासन दे रहा है, लेकिन अभी तक स्ट्रीट लाइट के पोल तक नहीं लगे हैं। वहीं, बहुत से लोगों की शिकायत है कि शाम ढलते ही पूरा ओवरब्रिज शराबियों का अड्डा बन जा रहा है। नीचे से शराब और नमकीन लेकर जाते हैं और ब्रिज पर सड़क किनारे खड़े होकर पीते हैं। पीने के बाद बोतल और कचरा ओवरब्रिज पर ही छोड़ देते हैं, जिसके कारण चलना मुश्किल हो जाता है। कई बार तो फूटी बोतलों के कारण गाडि़यां पंक्चर हो जाती हैं। सबसे अधिक परेशानी महिलाओं को हो रही है। छींटाकशीं की घटनाएं भी यहां आम हो गई हैं।

यहां से गुजरना मुसीबत

सूरजकुंड एरिया से डेली कम से कम 50 से 60 हजार लोग शहर में आते-जाते हैं। इसमें सबसे अधिक भीड़ सुबह 10 बजे स्कूल और ऑफिस जाने वालों की होती है। वहीं शाम को ऑफिस और मार्केट से लौटने वालों की भीड़ होती है। ओवरब्रिज पर लाइट की व्यवस्था न होने के चलते इन लोगों को वाहन चलाने काफी दिक्कत होती है। वहीं, देर रात इधर से गुजरने वालों के लिए तो ये स्थिति बहुत ही मुश्किल खड़ी करने वाली है।