गोरखपुर (ब्यूरो)। जानकारी के मुताबिक, तीन मई को हुए विवाद को लेकर 12 मई को समझौता कराने माफिया अजीत शाही कोआपरेटिव बैंक गए थे। अजीत शाही, कौशल कुमार शाही समेत अन्य लोगों पर बैंक के सहायक सचिव धीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बैंक के अन्य कर्मचारियों संग मिलकर धमकी सहित अन्य धाराओं में शाहपुर थाने में केस दर्ज कराया है। कर्मचारियों ने माफिया के साथ ही कोआपरेटिव बैंक के अध्यक्ष अनिल सिंह विशेन को पूरी घटना का मास्टरमाइंड बताया था। अनिल सिंह द्वारा ही अजीत शाही को बुलाने की बात कही गई थी।

इनाम बढ़ाकर 50 हजार करने की तैयारी

एसएसपी ने माफिया पर 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया है। अब इस इनामी राशि को 50 हजार रुपए करने के लिए बुधवार को एसएसपी ने आईजी ऑफिस फाइल भेज दी है। उधर, पुलिस की चार टीमें, क्राइम ब्रांच पहले से तलाश में जुटी थी और अब एसटीएफ भी तलाश में लगी है।

सात साल बाद फिर सुर्खियों में माफिया

करीब सात साल बाद एक बार फिर माफिया अजीत शाही का नाम अपराध में आने के बाद पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। पुलिस की कोशिश है कि माफिया पर ऐसी कार्रवाई की जाए कि इसका संदेश अपराधियों के बीच में जाए और वह गलती से भी दोबारा अपराध करने से कतराएं। एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने बताया कि माफिया की तलाश में पुलिस टीमें लगी हैं। इनाम बढ़ाने के लिए फाइल भेजी जा रही है।