- डाटा फीडिंग का हाल देखकर चौंक गए कप्तान

- अब कंट्रोल रूम में नहीं बजेगी फॉल्स रिंग

GORAKHPUR : पासपोर्ट बनवाने के लिए पुलिस वेरीफिकेशन करा चुके लोगों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पुलिस आफिस के पासपोर्ट सेल में पेडिंग पड़े फॉर्म का हाल देखकर एसएसपी ने माथा पीट लिया। एक कंप्यूटर पर एक व्यक्ति के भरोसे हो रहे काम पर एसएसपी ने नाराजगी जताई। उधर पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल रिसीव न होने की जांच पर कंट्रोल रूम प्रभारी को डांट पड़ी।

फीडिंग की राह में क्ख् सौ से अधिक फॉर्म

पासपोर्ट आवेदन के बाद पुलिस वेरीफिकेशन की समय निर्धारित है। पुलिस वेरीफिकेशन में थाना की जांच और एलआईयू की रिपोर्ट आने के बाद फीडिंग नहीं हो पा रही है। इसकी शिकायत सामने आने पर मंडे को एसएसपी ने पासपोर्ट सेल का इंस्पेक्शन किया। एक कंप्यूटर के सहारे सिर्फ डाटा फीडिंग की जा रही थी इसलिए क्ख् से अधिक आवेदकों के फॉर्म की फीडिंग नहीं हो सकी है। कर्मचारियों ने बताया कि संसाधन न होने से प्रॉब्लम हो रही है। लापरवाही पर डांट लगाते हुए एसएसपी ने पुलिस लाइन से दूसरा कंप्यूटर मंगाकर इंस्टाल कराया।

फाल्स रिंग बजती रही, सोते रहे कंट्रोल रूम प्रभारी

पुलिस कंट्रोल रूम में काल करने पर फोन न उठाने की शिकायत एसएसपी को मिली। मंडे को अचानक एसएसपी कंट्रोल रूम पहुंच गए। एसएसपी ने जांच कराई तो हकीकत देखकर दंग रह गए। तकनीकी खामियों से आपरेटर के बिजी होने पर भी रिंग बजने की शिकायत सामने आए। किसी टेलीफोन लाइन के बिजी होने पर व्यस्त होने का टोन आना चाहिए, लेकिन कंट्रोल में ऐसा न होने से पब्लिक की शिकायत बढ़ रही थी। एसएसपी ने अपने सामने जब कॉल की तो हकीकत सामने आई। टेलीफोन अफसरों को बुलाकर एसएसपी ने प्रॉब्लम दूर करने को कहा।

लापरवाही की शिकायतों पर जांच पड़ताल की गई। इस दौरान जो भी कमियां मिली। उनको दूर करने को कहा गया। डाटा इंट्री के लिए एक नया कंप्यूटर लगाने का निर्देश दिया गया है।

प्रदीप कुमार, एसएसपी