- बाल-बाल बचीं आरपीएफ की महिला एसआई

- ट्रेन को दोबारा रोकने पर बढ़ा बवाल, हटाने के दौरान आरपीएफ और सपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई हाथापाई

GORAKHPUR : गुजरात में लगी सीएम अखिलेश यादव की विकास योजनाओं की होर्डिग को उतरवाने के लिए हुआ विरोध प्रदर्शन एक बड़े बवाल में तब्दील हो गया। ट्रेन को दोबारा रोकने की कोशिश कर रहे सपाइयों और आरपीएफ के बीच हाथापाई हो गई। इस दौरान सपा का विरोध इस कदर बढ़ गया कि उन्होंने मौके पर मौजूद महिला एसआई को धक्का दे दिया, जिससे वह ट्रेन से टकराकर गिर गई। इसके बाद मामला बिगड़ गया, जिसको कंट्रोल करने के लिए आरपीएफ को लाठियों का सहारा लेना पड़ा। इस दौरान करीब भ् सपा कार्यकर्ता घायल हो गए। वहीं आरपीएफ एसआई भी ट्रेन के नीचे आने से बाल-बाल बच गई। इस मामले में अब तक कोई तहरीर न पड़ने की वजह से एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी है।

नरकटियागंज पैसेंजर रोकने के दौरान हुई घटना

दोपहर करीब ख् बजे कौवा बाग क्रॉसिंग से नरकटियागंज पैसेंजर गुजर रही थी। इस दौरान बड़ी तादाद में सपा कार्यकर्ता होर्डिग्स हटाने के विरोध में वहां पहुंचे और पीएम नरेंद्र मोदी का पुतला जलाने की कोशिश करने लगे। इस दौरान उन्होंने ट्रेन रोक दी। मामले की सूचना मिलने पर आरपीएफ की टीम पहुंच गई। आरपीएफ प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं को वहां से हटाने की कोशिश की, लेकिन आरपीएफ को देखते ही वह और उग्र हो गए।

दोबारा ट्रेन रोकने की करने लगे कोशिश

प्रभारी ने बताया कि ट्रेन रोकने के बाद जब विरोध थोड़ा हल्का हुआ तो इस बीच पैसेंजर ट्रेन के ड्राइवर ने ट्रेन आगे बढ़ा दी, जिसके बाद उसे दोबारा रोकने के लिए सपाई ट्रेन के आगे लेट गए। आरपीएफ की टीम उन्हें हटाने के लिए आगे बढ़ी। इस दौरान सपा कार्यकर्ता आरपीएफ से हाथापाई करने लगे। इस बीच एक सपा कार्यकर्ता ने आरपीएफ की एसआई भुवनेश्वरी देवी को धक्का दे दिया, जिससे वह चलती हुई ट्रेन से जा टकराई। हालांकि ट्रेन की स्पीड कम होने से कोई हादसा नहीं हुआ।

हरकत में आई आरपीएफ

मामले को हाथ से निकलता देख आरपीएफ प्रभारी ने और टीम बुला ली। इसके बाद भीड़ को कंट्रोल करने के लिए आरपीएफ ने लाठी का सहारा लिया। इससे सपा के भ् कार्यकर्ता घायल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसमें महानगर युवजन सभा के अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी, यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष सैयद दानिश, मनोज यादव, आकाश चौहान और विशेष मणि त्रिपाठी घायल हो गए। वहीं कुछ कार्यकर्ताओं को हल्की-फुल्की चोटें भी आई हैं। इस मामले में कार्रवाई चल रही है और अभी तक कोई तहरीर न मिलने की वजह से कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।

ट्रेन को रोकने के दौरान कुछ सपा कार्यकर्ताओं ने महिला एसआई को धक्का दे दिया, जिससे वह ट्रेन की चपेट में आने से बाल-बाल बची। भीड़ को काबू करने के लिए एक्स्ट्रा फोर्स बुलाई गई, जिसके बाद वह भाग खड़े हुए। उन्हें रोकने के लिए लाठीचार्ज नहीं की गई है।

राजेश कुमार, प्रभारी, आरपीएफ

लोकतंत्र की हत्या की है रेलवे ने : सपा

पूरे मामले पर सपा ने विरोध दर्ज कराया है। उनका कहना है कि वे केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ लोकतांत्रिक रूप में प्रदर्शन करने गए थे। इसके लिए वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फूंकना चाहते थे। यह बातें सपा के जिला प्रवक्ता कालीशंकर ने कहीं। वे घायल सपा कार्यकर्ताओं का हालचाल लेने डिस्ट्रिक्ट हॉस्टिपल पहुंचे थे। इसके अलावा सपा के जिला महामंत्री मनुरोजन यादव, कीर्तिनिधि पांडेय, जियाउल इस्लाम, राघवेंद्र तिवारी राजू, अजय यादव, अमीरूद्दीन अंसारी, मो। आजम लारी, संतोष गौड़, अवधेश पांडेय, मनोज मिहिर, गुड्डू सिंह, राजू गुप्ता, सुरेंद्र गुप्ता, अमित रार्बट, कुलदीप चौधरी, चर्चिल अधिकारी व हीरू यादव सहित सैकड़ों कार्यकर्ता घायलों का हाल जानने अस्पताल पहुंचे।

सपा कार्यकर्ता कौआबाग रेलवे क्रॉसिंग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंकने गए थे। ऐसे में रेलवे ने सपा कार्यकर्ताओं पर जिस तरह से लाठीचार्ज किया है, वह अलोकतांत्रिक है। इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। सपा कार्यकर्ता किसी से अभद्रता नहीं की है।

केके त्रिपाठी, महानगर अध्यक्ष सपा