- चिलुआताल क्षेत्र के मिर्जापुर निवासी हरिश्चन्द्र यादव की 31 मार्च को हुई थी हत्या
- पिता सौतेले भाई के नाम न कर दें सारी जायदाद, इसी आशंका में करा दी हत्या
SARAHRI: चिलुआताल क्षेत्र के मिर्जापुर बोरिंग नंबर 3 निवासी हरिश्चन्द्र यादव की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उनके ही बेटे ने कराई थी। बुधवार को पुलिस ने बेटे की गिरफ्तारी कर इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया। बेटे ने पिता की हत्या के लिए शूटरों को सुपारी दी थी। पुलिस का दावा है कि जल्द ही शूटर भी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
रात में मारी गोली
बोरिंग नं। 3 निवासी हरिश्चंद यादव की दो शादियां हुई थी। एक बीबी से रामनेवास व दूसरी से बेटा सूरज है। रामनेवास अलग रहता है। उसे डर था कि पिता सारी जायदाद कहीं उसके सौतेले भाई के नाम न कर दें। इसी डर से उसने पिता के हत्या की सुपारी दे दी। 31 मार्च की रात में करीब 1 बजे गोली मारी गई थी। मेडिकल कॉलेज ले जाते वक्त रास्ते में उनकी मौत हो गई थी। हरिश्चन्द्र व रामनेवास के मामा से झगड़ा चल रहा था। उस पक्ष से बार-बार धमकी दी जा रही थी। इसी का फायदा उठाते हुए हत्या का आरोप रामनेवास ने उन लोगों पर लगा दिया। रामनेवास ने ही थाने में तहरीर देकर चार लोगों को आरोपित कर दिया। पुलिस तभी से मामले की जांच कर रही थी। बुधवार को रामनेवास को उठाते ही सारा मामला सामने आ गया।
बेटे ने ही पिता की हत्या कराई थी जबकि दूसरे लोगों को फंसाने के लिए उनके खिलाफ तहरीर दे दी। हत्या के तरीके से पुलिस शुरू से ही मामले को संदिग्ध मान रही थी। बेटे की गिरफ्तारी से सारा मामला सामने आ गया है। किराए के जिन शूटरों ने गोली मारी, उनकी तलाश की जा रही है।
- रामपाल यादव, थाना प्रभारी, चिलुआताल