- भोली भाली महिलाओं को बनाया टारगेट
- पहले छोटी रकम जमा कराकर उसका तीगुना पेंमेंट किया, बड़ी रकम मिलने पर फरार हुई संस्था
- सैकड़ों की संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंची महिलाएं, कार्रवाई की मांग
GORAKHPUR: एक समाजसेवी संस्था ने सिटी की सैकड़ों महिलाओं को करोड़ों का चुना लगाया है। आर्गनाइजेशन ऑफ रुलर एंड अर्बन डेवलपमेंट सोसायटी के नाम से चल रही इस संस्था ने दिलेजाकपुर में अपना ऑफिस बना रखा था। संस्था ने नेटवर्क मार्केटिंग पद्धति पर काम करते हुए शुरुआती दिनों में छोटी रकम निवेश करने वालों को पैसा जमा की गई राशि का जितना हर महीने का चेक दिया। इसके एवज में उन्होंने लोगों की संख्या बढ़ाने वाले लोगों को कमीशन भी दिया। जब सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पांच हजार से लेकर डेढ़ लाख रुपए तक निवेश किए, तो जिम्मेदार ऑफिस बंदकर रफूचक्कर हो गए।
कुछ महीने में कर रहे थे दोगुना
कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना था कि उनकी एक हजार से अधिक महिलाओं ने संस्था में अपना धन जमा कराया है, जिसमें पचास से अधिक महिलाएं ऐसी है जिनकी रकम एक लाख रुपए से अधिक है। श्वेता गुप्ता ने बताया कि उन्होंने 21 हजार रुपए जमा किए थे। पहले उन्होंने 530 रुपए जमा किए। इसमें 30 रुपए फॉर्म के हैं। जिसका उनको लगातार तीन महीने तक पांच-पांच सौ रुपए का चेक मिला। जिससे उत्साहित होकर उन्होंने खुद के 21 हजार जमा कर दिए। उनके कहने पर कुछ और महिलाओं ने भी रुपए जमा किए। मंजू देवी, शीला पासवान, सविता देवी, पूजा पासवान, सोमा देवी, रेनु गुप्ता, पूजा गुप्ता, छाया, मेराज अहमद आदि ने बताया के हम सभी का पांच हजार से लेकर डेढ़ लाख रुपया संस्था में जमा था।
किसी को नहीं दी जानकारी
छोटी-छोटी रकम को कुछ ही महीनों में दोगुना और चौगुना होते देख महिलाओं ने परिवार और पति से छुपाकर रखे धन को संस्था में निवेश कर दिया। कलेक्ट्रेट पर पहुंची धरने कर रही भीड़ से अलग खड़ी चार महिलाओं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उन्होंने अपना और घर की महिलाओं के हजारों रुपए जमा कराए। इसकी जानकारी घर के पुरुषों को भी नहीं है। अब पुलिस की कार्रवाई करेंगे तो सबको बताया पड़ेगा, हम लोग क्या करें?
पुलिस नहीं कर रही सुनवाई
अखिल भारतीय हिंदू महासभा के पूर्वाचल प्रभारी नवनीत श्रीवास्तव के नेतृत्व में आईं महिलाओं का कहना था कि उन्होंने कई बार इसकी सूचना पुलिस और पुलिस के सौ नंबर पर भी दी। पुलिस इस मामले में कोई सुनवाई नहीं कर रही है। इससे पहले पेमेंट न मिलने पर महिलाओं ने सात जनवरी को भी 100 नंबर पर शिकायत की थी। शिकायत पर पुलिस पहुंची भी थी। कुछ ही दिन बाद संस्था ने अपना नाम बदलकर उसी ऑफिस में कार्य करना शुरू कर दिया। महिलाओं ने बताया कि संस्था को मिट्ठू श्रीवास्तव नाम की महिला चलाती थी। इससे उसके पति अरुण श्रीवास्तव, गोविंद श्रीवास्तव, सुधारानी श्रीवास्तव भी वहां काम करते थे।
महादेव झांरखंडी में हो चुकी है ठगी
पैसा डबल और ट्रिपल करने के नाम पर ठगी सिटी के लिए कोई नई बात नहीं है। करीब एक वर्ष पहले सिटी के महादेव झारखंडी में भी इसी तरह की वारदात हुई थी। उस समय मोहल्ले की महिलाओं ने पुष्पा श्रीवास्तव की धोखाधड़ी करने वाली महिला को पकड़कर जेल भिजवाया था। मगर इस बार शातिर पैसा लेकर भागने में कामयाब रहे।
आरोपी महिला सिटी के दिलेजाकपुर की ही रहने वाली है। उसके परिवार के कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसका जेठ मामले से अनभिज्ञता जता रहा है।
विजय राज सिंह, कोतवाली, इंपेक्टर