गोरखपुर (ब्यूरो)।लिहाजा वर्ष 2022 के मुकाबले साल 2023 में दोनों ही मद में चालान की संख्या दोगुनी हो गई है। साल 2023 में शमन शुल्क में भी करीब एक करोड़ रुपए की वृद्धि हुई है। साल 2023 में 3,73,491 चालान काटे गए हैं। इनसे 3,96,40,400 रुपए शमन शुल्क के रूप में वसूल गए हैं।

रूल तोड़ा तो चालान तय

गोरखपुर में अगर ट्रैफिक रूल तोड़ेंगे तो चालान से बच पाना बहुत मुश्किल होगा। सिटी के चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से आईटीएमएस में बैठे कर्मचारी टकटकी लगाकर सड़कों पर देख रहे हैं। दूसरी तरफ हर गली में ट्रैफिक पुलिस के जवान भी अपने मोबाइल से यातायात का नियम तोडऩे वालों की फोटो खींच रहे हैं।

नाबालिग के गाड़ी चलाने पर रोक

शिक्षा विभाग में सख्त लेटर आने के बाद 16 से 18 साल के बीच के नाबालिग के टू व्हीलर और फोर व्हीलर वाहन चलाने पर रोक लगाई गई है। इस रूल का सख्ती से पालन कराया जा सके, इसके लिए डीआईओएस ने स्कूलों के डायरेक्टर, प्रिंसिपल के साथ मीटिंग भी की है। स्कूल की मदद से बच्चों के पेरेंट्स तक यह बात पहुंचाई जाएगी। इसके बाद भी अगर पेरेंट्स गलती करते हैं तो उनके ऊपर कार्रवाई होगी। इस कानून के हिसाब से वाहन स्वामी को 3 साल सजा और पेनाल्टी भी लगाई जाएगी। साथ ही गाड़ी चलाने वाले किशोर का 25 वर्ष की एज पूरा होने तक डीएल भी नहीं बन पाएगा।

साल 2022 का आकड़ा

डिटेल चालान की संख्या शमन शुल्क वसूला

हेलमेट 1,69,756 1,58,39,500

सीट बेल्ट 10,916 20,46,000

मोबाइल 1638 6,83,000

नो पार्किंग 59,849 43,46,000

लेन चेंज, रेड लाइट जंप 12,894 13,57,200

तीन सवारी 15,390 18,07,200

स्टंट करना 38 0

मदिरा का सेवन 41 0

ओवर स्पीडिंग 843 2,88,000

अन्य चालान 17,462 36,53,700

टोटल 2,88,827 3,00,20,600

साल 2023 का आकड़ा

डिटेल चालान की संख्या शमन शुल्क वसूला

हेलमेट 1,68,747 1,80,13,000

सीट बेल्ट 4550 18,06,000

मोबाइल 1534 10,48,000

नो पार्किंग 56,556 35,60,000

लेन चेंज, रेड लाइट जंप 19,868 20,05,000

तीन सवारी 26,035 18,96,500

स्टंट करना 19 0

मदिरा का सेवन 179 50,000

ओवर स्पीडिंग 5970 14,74,000

अन्य चालान 90,033 97,87,900

टोटल 3,73,491 3,96,40,400

शहर में लगातार दिन और रात में अभियान चलाकर ट्रैफिक रूल तोडऩे वालों का चालान किया जा रहा है। स्कूलों और कॉलेजों में अभियान चलानकर लोगों को ट्रैफिक रूल का महत्व समझाकर अवेयर भी किया जा रहा है।

श्याम देव, एसपी ट्रैफिक