GORAKHPUR: श्रीमद्भागवत कथा एक सूर्य के समान है जो लोगों के अंतर्मन को प्रकाशित करता है। इसमें केवल वृद्धजनों के लिए ही नहीं बल्कि युवाओं के लिए भी बहुमूल्य बातें लिखी हैं। ये बातें सोमवार को दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की तरफ से एमपी इंटर कॉलेज में आयोजित श्रीमद्भागवत साप्ताहिक कथा ज्ञान-यज्ञ को संबोधित करते हुए कथा व्यास साध्वी विश्वंभरा भारती ने कहीं। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब भारत के युवा इस बहुमूल्य ग्रंथ को पढ़कर अपने जीवन युद्ध में विजय प्राप्त कर लेंगे। उन्होंने मनुष्य के वर्तमान व्यवहार पर कहा कि वह एक सामाजिक प्राणी होते हुए भी जानवरों से बदतर कार्य कर रहा है। कहीं दवा के नाम पर जहर बेचा जा रहा है तो कहीं मानव अंगों का व्यापार चल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे ऋषियों ने कभी भी अंधविश्वासों को बढ़ावा नहीं दिया है। वे ईश्वर के संदर्भ में प्रत्यक्ष दर्शन की बात करते थे। यही कारण है कि हमारे ग्रंथ ईश्वर दर्शन का विषय बने हुए हैं। इसके पूर्व भक्तों ने एक शोभा यात्रा निकाली। यात्रा की शुरुआत मेयर डॉ। सत्या पांडेय व प्रसिद्ध समाज सेवी पुष्पदंत जैन ने झंडी दिखाकर की।