- कांबिग चेकिंग में थमा दिया मीटर बदलने का कागज
- कंज्यूमर्स मीटर बदलने के लिए लगा रहे चक्कर
GORAKHPUR: बिजली विभाग अपने कंज्यूमर्स को कभी चैन से नहींरहने देता है। कभी वह बिजली कटौती के नाम पर रातों की नींद खराब करता है तो कभी बिजली बिल के नाम पर उन्हें चक्कर लगाने को मजबूर कर देता है। इस बार बिजली विभाग ने अपने कंज्यूमर्स को एक नई तरह की परेशानी दी है। सिटी में लाइन लॉस रोकने के नाम पर चेकिंग अभियान में हजारों कंज्यूमर्स को मीटर बदलने का फरमान जारी कर कागज थमा दिया। अब कंज्यूमर्स कागज लेकर बिजली विभाग के दफ्तरों में मीटर की तरह घूम रहे हैं। स्थिति यह है कि बिजली मीटर तो है लेकिन कर्मचारी नहींहै। इसी वजह से कंज्यूमर्स के बिजली मीटर नहींलग पा रहे हैं। मीटर न लगने से उनका न तो बिल निकल पा रहा है और न कोई उनके यहां बिजली बिल निकालने आ रहा है।
एक माह बाद आया था मीटर
अगस्त महीने में कांबिग अभियान चलाकर सिटी में भ् हजार से अधिक मीटर बदले गए थे। अभियान में इतनी बड़ी मात्रा में मीटर बदलने के कारण सितंबर माह में मीटर सेक्शन के पास मीटर खत्म हो गए। डेढ़ माह बाद क्भ् अक्टूबर को मीटर आए। इस दौरान मीटर सेक्शन के पास 8 हजार से अधिक आवेदन बिजली मीटर बदलने के लिए आ गए। अभी यह मीटर बदले ही नहीं गए थे कि एक बार फिर से मुख्य सचिव के आदेश पर लाइन लॉस रोकने के लिए फिर से अभियान शुरू कर दिया गया।
8 हजार की जगह मिले ख् हजार मीटर
सितंबर से अभी तक बिजली विभाग के पास कुल 8 हजार एप्लीकेशन बिजली मीटर बदलने के लिए आए हैं। यह एप्लीकेशन कंज्यूमर्स ने नहीं, खुद बिजली ने दी है। अब स्थिति यह है कि बिजली मीटर न बदल पाने के कारण इन 8 हजार कंज्यूमर्स के यहां दो माह से बिल नहींपहुंच रहा है।
डेढ़ माह तक मीटर न होने के कारण पहले से ही बहुत अधिक एप्लीकेशन आए हुए हैं। साथ ही इस महीने में कांबिग अभियान में चलने के कारण यह संख्या और बढ़ गई है। कर्मचारियों की कमी के कारण मीटर बदलने में देरी हो रही है।
एसके सिंह,
एक्सईएन, मीटर सेक्शन