- ईद की टेंप्रेरी मार्केट लगाने वाले कर रहे हैं बारिश न होने की दुआ

GORAKHPUR: मौसम की बेवफाई से परेशान गोरखपुराइट्स को शुक्रवार को जाकर राहत मिली। इस दौरान बारिश के लिए मंदिर, मस्जिद और गिरजाघरों में खूब प्रार्थनाएं भी हुई। हर तरफ दुआओं के साथ लोगों ने मन्नतें मांगी कि किसी तरह बारिश हो जाए। जहां एक तरफ लोग बारिश होने के लिए हाथ उठाए हैं, वहीं इस भीड़ में कुछ इलाके ऐसे भी हैं, जहां लोग बारगाहे इलाही में हाथ उठाकर मानसून के कुछ दिन और टल जाने की दुआएं कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं उर्दू बाजार, शाहमारूफ और आसपास लगने वाली ईद की टेंप्रेरी मार्केट में दुकान चलाने वालों की, जिनकी आमदनी का एक बड़ा जरिया ईद और बकरीद के दौरान होने वाली खरीदारी है। मगर बारिश होने से इन इलाकों में पानी लग जाता है और उनकी मार्केट खराब हो जाती है और खरीदारी नहीं हो पाती।

घंटों लगा रहता है पानी

इन मार्केट का सबसे बड़ा ड्रॉ बैक यह है कि यहां अगर एक बार बरसात हो गई, तो यहां काफी ज्यादा वॉटर लॉगिंग हो जाती है। प्रॉब्लम यहीं खत्म नहीं होती, बारिश के बाद यहां का पानी निकलने में कई घंटों का वक्त लग जाता है, जिससे यहां की मार्केट में कस्टमर्स नहीं जाते और दुकानदारों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। ईद की मार्केट होने की वजह से यहां फिक्स ड्यूरेशन के लिए मार्केट लगती है, जिसकी वजह से कई बार व्यापारियों का माल भी फंस जाता है।

खरीदारी को उमड़ती है भीड़

ईद की खरीदारी करनी है तो सिटी के शाहमारूफ, रेती, उर्दू बाजार, घंटाघर और जाफरा बाजार मार्केट में लोगों की भारी भीड़ उमड़ती है। यहां पर हर साल ईद के मौके पर टेंप्रेरी मार्केट लगती है, जिसमें हर वर्ग के लोगों के लिए उनकी रेंज के अकॉर्डिग समान उपलब्ध हैं। इसमें चूड़ी से लेकर सैंडल तक, कुर्ते से लेकर जींस तक सभी तरह के कपड़े इजली और रियायती दाम में अवेलबल हैं। इसके साथ ही उर्दू बाजार में परमनेंट शॉप ओनर्स भी ईद के दौरान सेल लगाते हैं, जिसमें लोगों को सस्ते दामों में बेहतरीन सामान उपलब्ध हो जाते हैं।

20वें रमजान से लग जाती है मार्केट

रमाजान का दूसरा अशरा शुरू होते ही इन सभी जगहों पर ईद की मार्केट लगना शुरू हो जाती है, मगर 20वें रमजान के बाद यहां टेंप्रेरी मार्केट की तादाद काफी ज्यादा हो जाती है। भुआ शहीद से लेकर घंटाघर तक, मदीना मस्जिद से रेती चौक तक, रेती चौक से उर्दू बाजार तक काफी लंबी मार्केट लगी रहती हैं। इसमें कपड़ों की, जूते चप्पल की, चूड़ी, कुर्ते सभी की सैकड़ों दुकाने लगी रहती है, जिनके दाम भी सभी की पॉकेट के हिसाब से रहते हैं। इसलिए ही इस मार्केट में 25 रमजान के बाद से पैर रखने की भी जगह नहीं रहती है।

कॉलिंग

बारिश के दौरान मार्केट की हालत काफी खराब हो जाती है। बरसात की पानी निकलने में काफी वक्त लग जाता है, जिससे दुकानदारी प्रभावित होती है।

- मोहम्मद आसिफ

बरसात के दौरान वॉटर लॉगिंग की वजह से कस्टमर्स दुकान पर नहीं आते। इससे दुकानदारी काफी प्रभावित होती है। साल में ईद और बकरीद में ही दुकान लगती है, बारिश की वजह से धंधा चौपट हो जाता है।

- मो। सद्दाम खान

यहां सभी वर्ग के लोगों के लिए सस्ते दामों में कपड़े और सामान मिल जाते हैं, जिससे उनकी ईद बेहतर हो सके। लेकिन बारिश की वजह से यहां पानी लग जाता है, जिससे लोग यहां आ नहीं पाते और दूसरी जगह से खरीदने पर उन्हें ज्यादा कीमत चुकानी पड़ती है।

- जमील