गोरखपुर (ब्यूरो)।ट्रांसफार्मर के नीचे दुकान सजाए दुकानदारों को न तो जान की परवाह है और न ही कार्रवाई का डर। इन ट्रांसफार्मर की स्थिति यह है कि रेगुलर फिनिसिंग न होने की वजह से तार खुले में झूल रहे हैं। ट्रांसफार्मर से तेल रिसता है और स्पार्क के दौरान चिंगारी भी निकलती है। बावजूद इसके पटरी दुकानदार ग्राहकों की जान जोखिम में डाल देते हैं। जबकि बिजली निगम की धारा 27 के तहत बिजली पोल या ट्रांसफार्मर के आसपास अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई का प्रावधान है।

ट्रांसफार्मर के पास बैग, चाय की दुकानें

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम ने बुधवार को गोलघर और टाउनहॉल एरिया का रियलिटी चेक किया। सड़क किनारे लगे ट्रांसफार्मर के खुले तार झूलते हुए नजर आए। हालांकि कुछ जगहों पर सुरक्षा की दृष्टि से कांपैक्ट ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं, लेकिन टाउनहॉल रोड पर ट्रांसफार्मर के पास खुले तार हादसे को दावत दे रहे हैं। इतना ही नहीं कई ट्रांसफार्मर के पास बैग, चाय की दुकानें सजी है। जहां हर समय 10 से 20 लोग जुट रहते हैं। न जाने कब हादसा हो जाए, किसी को कुछ नहीं पता। जबकि ट्रांसफार्मरों की निगरानी की जिम्मेदारी जेई और एसडीओ की है, पर स्थिति जस की तस है। गोलघर में भी कुछ ऐसा ही हाल है।

आखिर कौन है जिम्मेदार

टाउनहॉल से बैंक रोड जाने वाली सड़क पर बिजली का ट्रांसफार्मर लगा है। बताया जा रहा है कि रात 9.30 बजे अचानक चिंगारी निकली, जिससे रवि चाय की दुकान में सिलेंडर फट गया, फिर आग अन्य दुकानों तक पहुंच गई। देखते हुए देखते आग की लपटों से आठ दुकानें जलकर खाक हो गईं। उधर ट्रांसफार्मर के बगल में लगी दुकानें कैसे चल रही हैं? इसकी जिम्मेदारी किसकी है। इसके बारे में कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।

देहात में सुबह 10 से शाम 4 बजे तक बिजली कटौती

गोरखपुर समेत प्रदेशभर में शॉर्ट सर्किट से गेहूं की फसल में आग लगने की अधिक घटनाएं हो रही हैं। ऐसे में पॉवर कॉरपोरेशन के निर्देश पर ग्रामीण एरिया में 10 से 4 बजे तक कटौती का निर्देश दिया गया है, ताकि आगजनी की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।

इसलिए जलते हैं ट्रांसफॉर्मर

- ट्रांसफार्मरों पर लोड अधिक होता है तो हीट करता है। वहीं, गर्मी मेें हिटिंग प्लस हो जाती है। डबल हिटिंग के चलते ट्रांसफार्मर में आग लगने के चांसेज बढ़ जाते हैं।

- गर्मी में पंखा, एसी, मोटर आदि उपकरणों का लोग अधिक इस्तेमाल करते हैं। जिसकी वजह से लोड बढ़ जाता है। इससे भी ट्रांसफार्मर जलने की संभावना रहती है।

- ट्रांसफार्मर के वायर तेल में डूबे रहते हैं। धीरे-धीरे रिसाव की वजह से वायर बाहर आ जाते हैं। तेल ट्रांसफार्मर को ठंडा करने का काम करता है। तेल कम होने से ट्रांसफार्मर गर्म हो जाता है और आग लग जाती है।

- अप्रैल में जहां गोरखपुर में 10 से 15 ट्रांसफार्मर जलने की कंप्लेन आती है। वहीं, मई में 25 से 30 ट्रांसफार्मर डेली जलते हैं।

कहां कितने ट्रांसफॉर्मर

डिवीजन ट्रांसफॉर्मर

फस्र्ट 880

सेकेंड 688

थर्ड 253

फोर्थ 444

कुल - 2265

ट्रांसफार्मर के नीचे दुकान लगाना गैर कानूनी है। ट्रांसफार्मर के अगल बगल अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम को सूचित किया जाता है। इसके बावजूद भी कार्रवाई नहीं होती है।

ई। यूसी वर्मा, एसई शहर